Facebook के जरिए हथियारों की Home Delivery, ऐसे हुआ तस्करी का खुलासा
पड़ोसी राज्य हरियाणा से जगराओं में देसी कट्टा और कारतूस पहुंचाने आया एक डिलीवरी मैन पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उसने बताया कि फेसबुक पेज के जरिये उसे डिलीवरी का ऑफर मिला था।
जेएनएन, जगराओं। पंजाब में दूसरे राज्यों में बैठे हथियार तस्कर अवैध रूप से किस तरह हथियारों की सप्लाई कर रहे हैं, इसका पर्दाफाश शनिवार को हुआ। पड़ोसी राज्य हरियाणा से जगराओं में देसी कट्टा और कारतूस पहुंचाने आया एक डिलीवरी मैन पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस को पूछताछ में उसने अपनी पहचान और डिलीवरी देने संबंधी सारी बात बताई तो वह इसे सुनकर हैरान रह गई।
यह कोई बड़ा तस्कर नहीं था। बल्कि काम नहीं चलने के कारण ही उसने फेसबुक पर एक पेज 'डेंजर छोरा' नाम का पेज देखा। वहां पर उस पेज के आका से हथियार पहुंचाने पर सात हजार रुपये मिलने के ऑफर के बाद वह इस लालच में आ गया और उसने इसे स्वीकारते हुए हथियार सप्लाई करने के धंधे में आने का सोच लिया। इसी के बाद आका से मिले संदेश पर वह हथियार सप्लाई करने जगराओं आ गया। पर इससे पहले ही वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
मट्ट चौक के पास पुलिस को देख भागा तो हुआ शक
पुलिस चौकी गालिब कलां के प्रभारी एएसआइ परमजीत सिंह ने बताया कि आरोपित की पहचान अमित कुमार पुत्र दिलबाग सिंह निवासी गांव डाड तहसील बरवाला जिला हिसार (हरियाणा) के रूप में हुई है। मट्ट चौक के पास वह पुलिस को देख श्मशानघाट की तरफ भागने लगा था। शक होने पर उसे पकड़ा तो उसकी तलाशी ली तो उसके पास से देसी कट्टा और एक आठ एमएम का जिंदा कारतूस बरामद हुआ। उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
सात हजार रुपये इनाम के लालच में फंसा
पूछताछ में अमित कुमार ने बताया कि वह पहले गोल गप्पे की रेहड़ी लगाता था। काम नहीं चला और बेरोजगार हो गया। सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर एक पेज है डेंजर छोरा। इस पेज पर असलहा की बहुत सारी तस्वीरें पोस्ट हैं। इस पर लिखा है कि असलहा होम डिलीवर किए जाते हैं। इस ग्रुप से उसे ऑफर हुआ कि तुम एक डिलीवरी करोगे तो तुम्हें सात हजार रुपये मिलेंगे। इसी लालच में उसने ऑफर मंजूर कर लिया और फेसबुक के माध्यम से ही उसे हरियाणा के हिसार में बस स्टैंड पहुंचने का आदेश दिया गया। वहां पर उसे एक व्यक्ति ने यह देसी पिस्तौल व कारतूस पकड़ाया और कहा कि तुम पंजाब के जगराओं में जाओ। वहां पर तुम्हें एक व्यक्ति मिलेगा जो तुमसे यह पिस्तौल व कारतूस ले जाएगा और तुम्हे सात हजार रुपये दे जाएगा।
फेसबुक चेक किया तो सही पाए गए बयान
चौकी प्रभारी परमजीत ने बताया कि फेसबुक पर आरोपित की तरफ से बताया गया डेंजर छोरा नाम का पेज खोलकर चेक किया गया तो उसके बयान सही पाए गए। उस पेज पर असलहा की कई तस्वीरें पाई गई और यह भी लिखा हुआ था कि असलहा होम डिलीवरी। फिलहाल पुलिस अब इस संबध में साइबर क्राइम को लिखकर भेजेगी। अमित को पुलिस ने अदालत में पेश किया तो कोर्ट ने उसका पुलिस रिमांड नामंजूर करते हुए उसे जेल भेज दिया।
पेज पर लगी है सुक्खा काहलवां की फोटो
फेसबुक पर बने इस डेंजर छोरा नाम के पेज पर मुठभेड़ में मारे गए सुक्खा काहलवां गैंगस्टर की फोटो लगी हुई। वहीं अब पुलिस की तरफ से दी गई जानकारी के बाद साइबर सैल की टीम इस फेसबुक पेज बनाने वाले व असलहा सप्लाई करने वाले तस्करों तक पहुंचने के लिए सुराग लगाएगी। यह भी पता लगाया जाएगा कि इस पेज को कहां से ऑपरेट किया जा रहा है। अब तक कहां-कहां पर हथियारों की सप्लाई की गई है। कहां-कहां इस गिरोह का नेटवर्क फैला हुआ है।