निगम ने कूड़ा प्रबंधन करने वाली कंपनी के रोके छह करोड़, पढ़िए पूरा मामला Ludhiana News
नगर निगम की वित्तीय हालत भी किसी से छिपी नहीं है। निगम ने शहर में कूड़ा प्रबंधन करने वाली कंपनी एटूजेड को करीब सात माह से पैसे नहीं दिए हैं।
जेएनएन, लुधियाना। नगर निगम की वित्तीय हालत भी किसी से छिपी नहीं है। निगम ने शहर में कूड़ा प्रबंधन करने वाली कंपनी एटूजेड को करीब सात माह से पैसे नहीं दिए हैं। इस वजह से शहर में कूड़ा प्रबंधन को लेकर दिक्कतें आ रही हैं। कंपनी अधिकारियों की मानें तो नगर निगम आर्थिक तंगी की बात कहकर उन्हें पैसे देने में आनाकानी कर रही है। दूसरी तरफ निगम अफसरों की मानें तो कंपनी की कारगुजारी ठीक न होने पर उनके पैसे रोके जा रहे हैं। कारण कोई भी हो इससे कूड़ा प्रबंधन में दिक्कतें आ रही हैं। कंपनी का तर्क है कि जब तक उन्हें नियमित तौर पर पैसे नहीं मिलेंगे तब तक वह अपने सिस्टम को कैसे अपग्रेड करेंगे।
निगम के पास तो कर्मचारियों को वेतन देने के पैसे तक नहीं हैं। वेतन न मिलने पर कर्मचारी आए दिन धरने प्रदर्शन करते रहते हैं। मेयर बार-बार चंडीगढ़ में सीएम दरबार के चक्कर लगा रहे हैं। फंड की कमी के कारण ही निगम कंपनी को समय पर पैसे जारी नहीं कर पा रहा है। निगम पर कंपनी की अब तक करीब छह करोड़ रुपये की लेनदारी हो चुकी है। वहीं निगम अफसर कंपनी को बार-बार नोटिस जारी कर कारगुजारी सुधारने को कह रहे हैं।
निगम अफसरों का तर्क है कि कंपनी सही तरीके से कूड़े का प्रबंधन नहीं कर रही है जिसकी वजह से उनका पैसा रोका गया है। एटूजेड कंपनी के इंचार्ज विशांत चौधरी का कहना है कि नगर निगम से करीब छह करोड़ रुपये लेने हैं। दिसंबर के बाद उन्हें निगम की तरफ से नियमित तौर पर पैसे नहीं दिए गए। विशांत चौधरी ने बताया कि अगर निगम पैसे नहीं देगा तो वह नया इंफ्रास्ट्रक्चर कैसे तैयार करेंगे। उन्होंने कहा कि कूड़ा सेग्रीगेशन के लिए भी उन्हें कंपोस्ट प्लांट को चलाना है इसके लिए भी फंड की जरूरत होगी।
कंपनी को निगम की तरफ कारगुजारी में सुधार करने के लिए नोटिस जारी किया जा चुका है। कमिश्नर मैडम कंपनी को साफ कह चुकी हैं कि एक माह सही तरीके से काम करें उसके बाद उन्हें पैसे जारी कर दिए जाएंगे।
-नीरज जैन, जोनल कमिश्नर नगर निगम