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निगम दरिया में रोजाना बिना ट्रीट किए गिरा रहा है 250 एमएलडी से ज्यादा पानी

बुड्ढा दरिया की सफाई को लेकर सरकार से लेकर संत तक जुटे हैं। निगम अफसर अपना पूरा सहयोग देने की बात कर रहे हैं लेकिन दरिया को गंदा करने में सबसे बड़ा हाथ नगर निगम का ही है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Jan 2019 05:42 AM (IST)Updated: Sun, 20 Jan 2019 05:42 AM (IST)
निगम दरिया में रोजाना बिना ट्रीट किए गिरा रहा है 250 एमएलडी से ज्यादा पानी
निगम दरिया में रोजाना बिना ट्रीट किए गिरा रहा है 250 एमएलडी से ज्यादा पानी

राजेश भट्ट, लुधियाना

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बुड्ढा दरिया की सफाई को लेकर सरकार से लेकर संत तक जुटे हैं। निगम अफसर अपना पूरा सहयोग देने की बात कर रहे हैं लेकिन दरिया को गंदा करने में सबसे बड़ा हाथ नगर निगम का ही है। नगर निगम रोजाना बुड्ढा दरिया में 250 एमएलडी से ज्यादा पानी बिना ट्रीट किए डाल रहा है, जिस वजह से दरिया में प्रदूषण ही प्रदूषण है। दरिया में बिना ट्रीट किए सीवरेज का पानी गिराने का मामला कई सालों से चलता आ रहा है, लेकिन निगम ने इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए। नगर निगम अपने ट्यूबवेलों से ही रोजाना 700 एमएलडी से ज्यादा पानी निकलता है। इसके अलावा शहर में 10 हजार से ज्यादा सबमर्सिबल पंप भी लगे हैं। इंडस्ट्री भी अपना पानी सीवरेज में गिरा रही है। इस तरह रोजना सीवरेज में 750 एमएलडी से ज्यादा पानी जा रहा है, जबकि निगम के तीनों सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटों की क्षमता सिर्फ 466 एमएलडी है, जिससे साफ है कि 250 एमएलडी से ज्यादा पानी बिना ट्रीट के ही दरिया में जा रहा है। जमालपुर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में तो ज्यादातर सीवरेज का पानी बाईपास करके निकाला जा रहा है। वहीं से दरिया के गंदे होने की शुरुआत हो रही है। दरिया में आधे दर्जन से अधिक गंदे नालों का पानी भी सीधे गिराया जा रहा है, जिस वजह से बुड्ढा दरिया नाले में तब्दील हो रहा है।

डिस्पोजल से भी गिराया जा रहा है सीवरेज का पानी

शहर में आधा दर्जन के करीब डिस्पोजल हैं जो कि सीवरेज का पानी बिना ट्रीट किए सीधे-सीधे दरिया में गिरा रहे हैं। इस मामले में तो पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट भी नगर निगम अफसरों की जमकर क्लास लगा चुका है। इसके बावजूद निगम ने डिस्पोजल बंद करने के प्रति कोई ठोस कदम नहीं उठाए। ट्रांसपोर्ट नगर, टिब्बा रोड, माधोपुरी व अन्य जगहों पर सीवरेज का पानी सीधे दरिया में गिराया जा रहा है।

एनजीटी की टीम उठा चुकी है निगम की कारगुजारी पर सवाल

संत सींचेवाल की अध्यक्षता में बनी नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की टीम भी निगम की कारगुजारी पर सवाल खड़े कर चुकी है। संत सींचेवाल कई बार नगर निगम के ट्रीटमेंट प्लांटों का दौरा कर चुके हैं और उसमें से ज्यादातर बार प्लांट बंद मिले हैं, जिस पर सींचेवाल अफसरों की क्लास भी लगा चुके हैं।

सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटों की क्षमता

बल्लोके 257 एमएलडी

भट्टियां 161 एमएलडी

जमालपुर 48 एमएलडी

कुल 466 एमएलडी बुड्ढा दरिया की सफाई के लिए नगर निगम हर संभव प्रयास कर रहा है। बिना ट्रीट किए गए पानी को रोकने के लिए जमालपुर में 50 एमएलडी का नया एसटीपी लगाया जा रहा है। इसके अलावा इंडस्ट्री का पानी ट्रीट करने के लिए सीईटीपी का काम शुरू हो गया है। इससे सीवरेज में कम पानी जाएगा।

बलकार सिंह संधू, मेयर


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