क्रिकेट व एथलेटिक में सफलता से झंडे गाड़ रहा गुरबीर
कड़ी लगन व मेहनत का जज्बा हो तो हर मुश्किल पार की जा सकती है। ऐसा ही कारनामा कर रहे हैं दिव्यांग खिलाड़ी गुरबीर सिंह। 18 वर्ष के करियर में अपनी कड़ी मेहनत व लगन के दम पर गुरबीर ने राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट व एथलेटिक में राष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन किया है।
कृष्ण गोपाल, लुधियाना
कड़ी लगन व मेहनत का जज्बा हो तो हर मुश्किल पार की जा सकती है। ऐसा ही कारनामा कर रहे हैं दिव्यांग खिलाड़ी गुरबीर सिंह। 18 वर्ष के करियर में अपनी कड़ी मेहनत व लगन के दम पर गुरबीर ने राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट व एथलेटिक में राष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन किया है। खासकर वर्ष 2006 की भारत व पाक ब्लाइंड सीरिज में तो गुरबीर मैन ऑफ द मैच का खिताब हासिल कर चुके हैं।
इंटरनेशनल ब्लाइंड स्पोर्ट्स एसोसिएशन फरवरी में पैरा ओलंपिक वर्ल्ड चैंपियनशिप करवा रहा है। इसे लेकर गुरबीर ने गुरु नानक स्टेडियम में अभ्यास करना शुरू कर दिया है। गुरबीर ने कहा कि इससे पहले वह बेंगलूर में दिसंबर में नेशनल मीट में एथलेटिक के 100 मीटर व 200 मीटर में दमखम के लिए पंजाब का प्रतिनिधित्व करेगा।
गुरबीर के कोच संजीव शर्मा का कहना है कि क्रिकेट के साथ साथ एथलेटिक में गुरबीर का प्रदर्शन काफी बढि़या है। उम्मीद है कि वह पैरा ओलंपिक वर्ल्ड चैंपियनशिप में दमदार प्रदर्शन करेगा। प्यार नहीं देखता विकलांगता
वर्ष 2009 की बात है डेहलों निवासी गुरबीर व माणक माजरा की किरणजीत की पहली मुलाकात में गुरबीर ने किरण से पूछा कि मुझे तो आंखों से दिखता नहीं, तो मुझमें क्या देखा। इस पर किरण का जबाव था कि अगर आप शादी के बाद अंधे हो जाते तो क्या मैं आपको छोड़ देती। नहीं, बल्कि आपके साथ ही जिंदगी गुजारती। बस फिर क्या था किरणजीत की बातों ने गुरबीर का दिल छू लिया। दोनों की शादी हुई। इस समय दोनों के दो बच्चे हैं। गुरबीर ने बताया कि किरणजीत ही मुझे डेहलों से बीस किलोमीटर दूर गुरु नानक स्टेडियम का सफर तय करने के लिए बस तक छोड़ने व लेने आती है। क्रिकेट व एथलेटिक में गुरबीर की उपलब्धियां
2006 इंडिया व पाक सीरीज में मैन ऑफ द मैच। नॉर्थ जोन 9वीं क्रिकेट चैंपियनशिप में बेस्ट प्रदर्शन, वर्ष 2010 में बेंगलूर नेशनल क्रिकेट कप में बेस्ट प्रदर्शन। एथेटिक पैरा ओलंपिक नेशनल मीट वर्ष 2018 में 400मी. गोल्ड व 200मी. सिल्वर मेडल, चेन्नई वर्ष 2000 नेशनल एथलेटिक मीट लांग जंप में कांस्य पदक, वर्ष 2002 नागपुर आल इंडिया हेंडीकैपी मीट में लांग जंप व 100मी. में सिल्वर मेडल, पैरा ओलंपिक कमेटी आफ इंडिया द्वारा जयपुर 2009 में नेशनल खेल मीट 100मी. गोल्ड, 200मी. सिल्वर व 400मी. गोल्ड मेडल हासिल किया।