कंपार्टमेंट परीक्षा फार्म जमा करवाने के लिए लगी लाइन
जासं, लुधियाना : पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के दसवीं और बारहवीं कक्षा के कंपार्टमेंट परीक्षा के फार्म
जासं, लुधियाना : पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के दसवीं और बारहवीं कक्षा के कंपार्टमेंट परीक्षा के फार्म जमा करने की अंतिम तिथि जैसे जैसे नजदीक आ रही है वैसे ही फार्म जमा करने वालों की लाइनें लगने लगी हैं। बुधवार को सरकारी इन सर्विस ट्रेनिंग सेंटर में खुले बोर्ड के नए दफ्तर में फार्म जमा करवाने वालों की लंबी लाइन लगी। फार्म जमा करवाने की आखिरी तिथि 19 जनवरी है ऐसे में वीरवार व शुक्रवार को विद्यार्थियों की लंबी लाइनें लगने की संभावना है। बोर्ड के कर्मचारियों ने भी इससे निपटने के लिए कमर कस ली है।
वहीं दूसरी तरफ बोर्ड का दफ्तर बदलने की जानकारी न होने की वजह से अभी भी विद्यार्थी पंजाबी भवन के चक्कर लगा रहे हैं। बुधवार को भी काफी संख्या में विद्यार्थी पंजाबी भवन पहुंचे हैं। बोर्ड ने अब पंजाबी भवन में साइन बोर्ड लगाकर दफ्तर बदलने की सूचना लगा दी है। ताकि बच्चे नए दफ्तर में पहुंच सकें। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के क्षेत्रीय बुक डिपो मैनेजर ललित कुमार ने बताया कि जैसे जैसे विद्यार्थियों की संख्या बढ़ेगी वैसे वैसे काउंटर बढ़ा दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि आखिरी दो दिनों में काउंटरों की संख्या छह तक बढ़ाई जा सकती है।
दफ्तर तक पहुंचने में आ रही है दिक्कत
सरकारी इन सर्विस ट्रेनिंग सेंटर में बने बोर्ड के दफ्तर में पहुंचने में विद्यार्थियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। विद्यार्थियों का कहना है कि उन्हें रास्ते का पता ही नहीं लग रहा है। दरअसल इन सर्विस ट्रेनिंग सेंटर तक पहुंचने के लिए तीन रास्ते हैं। पहला रास्ता सरकारी कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल के अंदर से है। जिसे स्कूल प्रिंसिपल ने बंद कर दिया। दूसरा रास्ता कचहरी की तरफ से निकलता है। इस तरफ से भी गेट को ताला लगाया गया है। हालांकि बुधवार को बोर्ड कर्मचारियों के कहने पर इस रास्ते को खोल दिया गया था। तीसरा रास्ता कचहरी की बैक साइड से है। जहां से विद्यार्थी आसानी से दफ्तर में पहुंच सकते हैं।
पार्किंग की आ रही है दिक्कत
सरकारी इन सर्विस ट्रेनिंग सेंटर में पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में जब लोग अपने वाहनों से आ रहे हैं तो उन्हें पार्किंग के लिए जगह नहीं मिल रही है। खास बात यह है कि कैंपस के बाहर भी पार्किंग की व्यवस्था नहीं है और वहां गलियां भी तंग हैं।