35 हजार बच्चों को लगेगा रुबेला टीका
जासं, जगराओं: मीजल रुबेला को जड़ से खत्म करने के लिए प्रशासन, सेहत विभाग, पंचायत विभाग, सीडीपीओ, आइएम
जासं, जगराओं: मीजल रुबेला को जड़ से खत्म करने के लिए प्रशासन, सेहत विभाग, पंचायत विभाग, सीडीपीओ, आइएमए व अन्य विभागों की मीटिंग वीरवार को एसडीएम कार्यालय में एसडीएम राम सिंह की अध्यक्षता में हुई। रुबेला यानि खसरा के खतरों की जानकारी देते डॉक्टरों ने इसके वायरस को बेहद गंभीर बताया। एसडीएम राम सिंह ने कहा कि इस बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए सभी को एकजुट होकर बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है। मीटिंग में सिविल अस्पताल की बाल रोग विशेषज्ञ डॉ.सुमिता सहदेव ने रुबेला के बारे में बताया कि यह खसरे जैसा ही है परंतु इसके प्रभाव खतरनाक है। विशेषकर गर्भवती महिलाओं को इससे बचना बहुत जरूरी है। क्योंकि रुबेला गर्भ में पल रहे बच्चों को अंधेपन के अलावा अन्य कई खतरनाक बीमारियों से ग्रस्त कर सकता है। उन्होंने कहा कि इसके खात्मे के लिए सरकार पंजाब में अप्रैल महीने में टीका एमआर लगाने की मुहिम शुरू हो रही है। इस मुहिम की सफलता के लिए विभिन्न विभागों, डॉक्टर जत्थेबंदियों व विशेषकर स्कूलों के सहयोग की जरूरत है। उन्होंने बताया कि यह मुहिम स्कूलों में चलाई जाएगी। स्कूली बच्चों को इलाके अनुसार मीजल रुबेल टीके लगाए जाऐंगे। एसडीएम राम सिंह ने कहा कि मीजल रुबेला के खात्मे के लिए सरकार की ओर से चलाई जा रही है इस मुहिम की सफलता के लिए जगराओं प्रशासन हर संभव यत्न करेगा। सेहत विभाग लोगों में मीजल रुबेला के प्रति लोगों को भी जागरूक करेगा। इस मौके पर एसएमओ डॉ.सुखजीवन कक्कड़ ने कहा कि इस मुहिम का मकसद जहां मीजल यानि खसरा को पूरी तरह 2020 तक देश में खत्म करना है। वहीं रुबेला जर्मन खसरा को पूरी तरह कंट्रोल करना है। आइएमए के प्रधान डॉ.राजकुमार गर्ग व बच्चों के डाक्टरों की जत्थेबंदी के प्रधान डॉ.राकेश गर्ग ने मीटिंग में इस मुहिम की सराहना करते जत्थेबंदी की ओर से पूरा सहयोग करने का वादा किया। मीटिंग में डॉ.हरि सिंह, सीडीपीओ जगराओं, डॉ.राजीव गुप्ता, डॉ.अमित चक्र सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।