मंडियों में धान की खरीद तेज, समय पर पेमेंट नहीं होने से किसानों में रोष Ludhiana News
किसानों का कहना है कि सरकार पेमेंट मौके पर देने की घोषणा करती है लेकिन मंडियों में समय पर भुगतान नहीं होने से उनको काफी परेशानी हो रही है।
लुधियाना [डीएल डॉन]। जिले में एक अक्टूबर से धान की खरीद शुरू हुई और एक माह पांच दिन में 12,96,653 मीट्रिक टन धान की खरीद हो चुकी है। मंडियों से 9,48,268 मीट्रिक टन धान की लिफ्टिंग हो चुकी है। धान का समर्थन मूल्य 1,835 रुपये प्रति क्विंटल दिए जाने और कई बार धान में नमी की कटौती से किसान नाराज हैं। किसानों का कहना है कि सरकार पेमेंट मौके पर देने की घोषणा करती है लेकिन मंडियों में समय पर भुगतान नहीं होने से उनको काफी परेशानी हो रही है। किसानों ने कहा कि सरकार फसलों का मूल्य निर्धारित करने व पेमेंट देने में राजनीति करती है। इसी वजह से किसानों की खेती बर्बादी के कगार पर पहुंच चुकी है।
मंडियों में किसानों को सुविधा नहीं, धान बेचने में परेशानी
मंगलवार को मुल्लांपुर दाना मंडी में किसानों ने कहा कि मंडी में कुछ भी सही नहीं है। किसान पवित्तर ¨सह निवासी गांव मुल्लांपुर ने बताया कि आठ किले जमीन का धान लेकर आया है, लेकिन तीन दिन से खरीद नहीं हुई। मंगलवार दोपहर धान की खरीद हुई लेकिन पेमेंट देने के लिए दो दिन का समय दिया है। इसी तरह किसान नूर सिंह निवासी दाखा ने बताया कि धान में मामूली नमी होने से उन्हें टारगेट कर काफी कम कर दिया जाता है। प्रति क्विंटल तीन किलो की कटौती से उनका नुकसान हो गया। उन्होंने कहा कि किसान फसल सूखने पर ही काटते हैं ताकि मंडी में कोई परेशानी न हो लेकिन मंडियों में किसानों की कोई सुनवाई नहीं है।
मंडियों में धान की आवक तेज, 15 तक खरीद
जिले के बड़ी मंडियों में धान की आवक तेज हो गई और एजेंसियां व आढ़ती धान खरीद में जुटे हैं। सरकार की ओर से धान खरीद 15 नबंवर तक किए जाने की घोषणा की गई है। मुल्लांपुर, गिल रोड मंडी, जालंधर बाईपास दाना मंडी, हंबड़ां दाना मंडी आदि में खरीद तेजी से हो रही है। जिले की 102 मंडियों में से 26 में धान खरीद में तेजी है। फूड सप्लाई इंस्पेक्टर एमएस राय ने बताया कि धान खरीद जारी है और 15 नवंबर तक खरीद करने का निर्देश है।
पेमेंट में कोई लेटलतीफी नहीं : गिल
फसल बेचने के बाद किसानों की तरफ से पेमेंट लेट मिलने की बात पर जिला फूड सप्लाई विभाग के अधिकारी सुखविंदर सिंह गिल ने कहा कि मंडियों में पेमेंट समय पर दी जा रही है। अवकाश के दिनों में किसानों को परेशानी आती होगी। बाकी कोई लेटलतीफी नहीं हो रही।