10 ड्राइवरों ने युवती को कार से खींचकर किया सामूहिक दुष्कर्म, दो काबू, छह के स्केच जारी
पंजाब के लुधियाना में 10 लोगों ने एक युवती को अपनी हवस का शिकार बनाया। युवती रात में अपने दोस्त के साथ कार में घूमने जा रही थी। पुलिस ने छह बदमाशों के स्कैच जारी किए हैं।
लुधियाना, जेएनएन। यहां 10 ड्राइवरों ने दोस्त के साथ घूमने जा रही युवती को कार से खींचकर उसके साथ दरिंदगी की। ये ड्राइवर अपने पेशे की आड़ में लूटपाट करते हैं और सभी कुख्यात अपराधी हैं। पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है और एक ने पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया है। बदमाशों ने कार काे जबरन रुकवा कर युवती के दोस्त के हाथ-पैर बांध दिए। इसके बाद में वे युवती को खींचकर ले गए और उससे सामूहिक दुष्कर्म किया। इस घटना से शहर सहित पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। पूरे मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने घटना के बारे में रिपोर्ट मांगी है।
सभी आरोपित कुख्यात बदमाश, एक अारोपित गिरफ्तार अौर एक ने किया सरेंडर
बदमाशों ने युवक और युवती को छोड़ने के लिए दो लाख रूपये की फिरौती भी मांगी। बाद में फिरौती न मिलने पर बदमाश युवती और उसके दोस्त को छोड़कर फरार हो गए। सामूहिक दुष्कर्म करने वाले सभी आरोपित कुख्यात अपराधी हैं। पुलिस ने युवती और युवक द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर मंगलवार को छह बदमाशों के स्केच बनवाकर जारी किए थे।
पूरे घटनाक्रम में शर्मनाक पहलू यह है कि युवती के दोस्त ने एक अन्य दोस्त के माध्यम से घटना के बारे में पुलिस को सूचना दी, लेकिन आरोप है कि वह घटनास्थल तक नहीं पहुंची। घटना शनिवार रात की है। इस सनसनीखेज घटना के बाद पुलिस अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। लापरवाही बरतने पर थाना दाखा के एएसआई विद्या रतन को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके बाद छह संदिग्धों के स्केच जारी किए गए।
डीआइजी लुधियाना रेंज रणबीर सिंह खटड़ा, पुलिस जिला लुधियाना देहाती एसएसपी वरिंदर सिंह बराड़ व डीएसपी दाखा हरकंवल कौर मौका भी देखा। मंगलवार को पुलिस ने छह बदमाशों के स्कैच जारी किए हैं। थाना दाखा में लुधियाना निवासी पीड़िता के बयान पर दस अज्ञात बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है लेकिन सभी फरार हैैं और पुलिस के हाथ खाली हैैं। अपने बयान में 21 वर्ष की युवती ने कहा है कि वह ब्यूटीशियन का कोर्स करती है।
लापरवाही के आरोप में एएसआइ सस्पेंड, वारदात के बाद से बदमाश पकड़ से बाहर, केस दर्ज
रविवार रात आठ बजे वह दशमेश नगर निवासी अपने दोस्त के साथ उसकी कार में घूमने के लिए निकली थी। रात 8.30 बजे गांव इस्सेवाल नहर पुल से थोड़ा आगे जाने पर मोटरसाइकिल सवार तीन बदमाशों ने उन्हें जबरदस्ती रोक लिया। उनमें से एक ने पगड़ी बांधी हुई थी और मोने थे। आरोपितों ने ने उनकी कार के शीशे को ईंट मार कर तोड़ दिया और स्टेयरिंग पकड़ लिया।
पुलिस द्वारा जारी आरोपितों के स्कैच।
इसके बाद आरोपितों ने फोन करके अपने सात अन्य साथियों को बुला लिया। वह भी मोटरसाइकिलों पर वहीं पहुंचे। उनमें से दो ने उसके दोस्त को खींच कर कार की पिछली सीट के साथ बांध दिया। जबकि अन्य उसे उठा कर पास वाले एक चारदीवारी वाले प्लॉट के अंदर ले गए। जहां उन्होंने बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया।
आरोपियों ने उन दोनों को छोड़ने के लिए उसके दोस्त से दो लाख रुपये की फिरौती भी मांगी। इसे लेकर उसके दोस्त के एक अन्य दोस्त को फोन किया गया। जब कोई फिरौती की रकम लेकर नहीं आया तो रात दा बजे वो उनकी कार की चाबी फेंक कर अपने मोटरसाइकिलों पर सवार होकर फरार हो गए। पीडि़ता का सुधार के सरकारी अस्पताल में डाॅ. नीलम भाटिया की अगुवाई में तीन डाक्टरों के बोर्ड ने मेडिकल किया। सुधार के एसएमओ डा. नीना नाकरा ने कहा कि पीडि़ता के सवैब जांच के लिए भेजे गए हैं। प्रारंभिक जांच में लड़की के साथ जबरदस्ती होना सामने आया है।
दोस्त पहुंचा थाने, पुलिस ने नहीं की मदद
बदमाशों ने फिरौती की रकम के लिए पीडि़ता के दोस्त के एक अन्य दोस्त को फोन किया था। वह तुरंत थाना दाखा पहुंच गया और पुलिस को सारी घटना की जानकारी दी। परंतु पुलिस उसके साथ घटनास्थल पर नहीं गई और बीच रास्ते से वापस लौट आई। जबकि सामूहिक दुष्कर्म के बाद बदमाश युवती का कैश, दो अंगूठियां और मोबाइल भी लूट ले गए।
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कुख्यात अपराधी निकले सामूहिक दुष्कर्म के आरोपित
सामूहिक दुष्कर्म के इस मामले के आरोपित कुख्यात अपराधी हैं। पेशे से ड्राइवर इन आरोपितों में तीन आपस में रिश्तेदार हैैं। ये सभी गिरोह बनाकर लूटपाट की वारदातों के अंजाम देते रहे हैैं। घटना के तीन दिन बाद 10 आरोपितों में से एक को गिरफ्तार कर लिया गया। फिरौती के लिए फोन करने वाले एक अन्य आरोपित देर शाम थाने में सरेंडर कर दिया। नौ आरोपित अब भी फरार हैैं।
एक अारोपित बंगा (नवांशहर) निवासी सादिक अली को पुलिस ने नवांशहर से गिरफ्तार किया। उसके साथी गांव जसपाल बांगड़ (लुधियाना) निवासी जगरूप सिंह ने थाने में सरेंडर कर दिया। घटना वाली रात जगरूप ही फिरौती के लिए फोन कर रहा था। इससे पहले पुलिस ने मंगलवार पीडि़ता के बताए हूलिये के मुताबिक छह आरोपितों सादिक अली, सादिक के चचेरे भाई गांव टिब्बा (लुधियाना) निवासी सैफ अली व सुरमू, उनके साथी अजय कुमार और एक अन्य साथी का स्केच जारी किया था।
डीआइजी रणबीर सिंह खटड़ा, एसएसपी (जगराओं) रविंदर सिंह, डीसीपी (क्राइम) गगनअजीत सिंह बताया कि कि आरोपित पेशे से ड्राइवर हैं और वे लूट की वारदातें करते हैं। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की दस टीमें लगातार छापामारी कर रही हैैं। दस में केवल छह की पहचान सामने आने पर डीआइजी ने कहा कि सादिक और जगरूप से शेष के बारे में पूछताछ जारी है।
मोबाइल डंप से पुलिस पहुंची आरोपितों तक
डीआइजी रणबीर सिंह खटड़ा ने कहा कि घटना स्थल से मोबाइल डंप उठाया गया था। इसी डंप से पुलिस को सादिक अली तक पहुंचने में मदद मिली। 16 लोगों को राउंडअप कर पूछताछ की गई। मोबाइल डंप से पुलिस सादिक अली तक पहुंची और उसने जुर्म कबूल किया।
महिला आयोग ने मांगी डीसी से रिपोर्ट
राष्ट्रीय महिला आयोग के प्रतिनिधि लुधियाना पहुंचे। उन्होंने डिप्टी कमिश्नर प्रदीप अग्रवाल से पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट मांगी है। आयाेग ने पूरे मामले को बेहद गंभीर बताया है और पुलिस की भूमिका पर भी नाराजगी जताई है।