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हमें बेटियों की भी बेटों की ही तरह बनानी चाहिए लोहड़ी

शादी हो या घर में नए मेहमान का आगमन, इस खुशी को लेकर धूमधाम से लोहड़ी मनाई जाती है। पहले लड़कों के होने पर लोहड़ी की धूम रहती थी, लेकिन अब समय बदलने के साथ कुड़ियों के पैदा होने पर भी लोहड़ी को दोगुने उत्साह से मनाया जा रहा है। इसका नजारा कपूरथला शहर ही नही बलकि गांवों में भी देखने को खूब मिला। भाजपा के प्रदेश सचिव उमेश शारदा द्वारा अपनी पोती गिरीशा की लोहड़ी मनाई गई। गिरिशा की ड्रेस चंडीगढ़ से डिजाइन होकर आई है। वह एक विशेष बग्गी में सवार होकर अपनी लोहड़ी के समागम में पहुंची, जिसे जालंधर से खास तौर पर तैयार करवाया गया। बेटी के हाथ से आग में लोहड़ी डाल शारदा परिवार जमकर भंगड़े पर थिरका।

By JagranEdited By: Published: Sat, 12 Jan 2019 05:47 PM (IST)Updated: Sat, 12 Jan 2019 05:47 PM (IST)
हमें बेटियों की भी बेटों की ही तरह बनानी चाहिए लोहड़ी
हमें बेटियों की भी बेटों की ही तरह बनानी चाहिए लोहड़ी

हरनेक ¨सह जैनपुरी, कपूरथला : शादी हो या घर में नए मेहमान का आगमन, इस खुशी को लेकर धूमधाम से लोहड़ी मनाई जाती है। पहले लड़कों के होने पर लोहड़ी की धूम रहती थी, लेकिन अब समय बदलने के साथ कुड़ियों के पैदा होने पर भी लोहड़ी को दोगुने उत्साह से मनाया जा रहा है। इसका नजारा कपूरथला शहर ही नहीं बलकि गांवों में भी देखने को खूब मिला।

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भाजपा के प्रदेश सचिव उमेश शारदा ने अपनी पोती गिरीशा की लोहड़ी मनाई। गिरिशा की ड्रेस चंडीगढ़ से डिजाइन होकर आई है। वह एक विशेष बग्गी में सवार होकर अपनी लोहड़ी के समागम में पहुंची, जिसे जालंधर से खास तौर पर तैयार करवाया गया। बेटी के हाथ से आग में लोहड़ी डाल शारदा परिवार जमकर भंगड़े पर थिरका।

इस अवसर पर उमेश शारदा ने कहा कि अगर हम बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ विचार को सही ढंग से लागू करना चाहते है तो इसकी शुरुआत अपने घर से करनी होगी। उन्होंने बताया कि अगर हम सक्षम है तो हमें बेटियों की भी बेटों की तरह लोहड़ी मनानी चाहिए। समाज में आर्दश बनने के लिए हमें बेटियों को पूरा मान सम्मान व प्यार देने की जरुरत है। बेटियां दुनिया के हर क्षेत्र में बुलंदियों को छू रही है। देश की रक्षा मंत्री एक महिला इसकी मिसाल है। चेतन शारदा का कहना है कि अब बेटा-बेटी का फर्क समाप्त हो गया। मैने अपनी बेटी के हाथों लोहड़ी को अग्नि में डाला है। हमने सभी जानने वालों को पार्टी और भोज दिया है। आसपास बांटी लोहड़ी

इस दौरान भंगड़ा और डांस का भी आयोजन धूमधाम से कर किया। पोती की लोहड़ी मनाने के लिए उमेश शारदा ने खास तौर पर ग्रीन पार्क में शनिवार रात को एक विशेष समागम करवाया। इसमें गिरिशा की लोहड़ी लड़कों से भी ज्यादा उत्साह के साथ मनाई गई। विरासती शहर के करीब 600 लोगों के लिए पार्टी करवाई गई। बकायदा आस पड़ोस में लोहड़ी भी बांटी गई। जसपाल ने पूरे गांव में बांटी पोती की लोहड़ी

उधर गांव जैनपुर में एनआरआइ जसपाल ¨सह विरदी ने अपनी पोती की लोहड़ी पूरे गांव में बांटी। जसपाल ¨सह दुबई में अपना कारोबार करता है और उनके घर पोती का जन्म दिन हुआ है, जिसकी लोहड़ी मनाने के लिए वह खास तौर पर इंडिया वापस आया है। उन्होंने  बताया कि बेटी के जन्म पर लोहड़ी मनाने का निर्णय पूरे परिवार ने लिया है। यह मेरी बेटी के समान अधिकार व सम्मान का परिचायक है। बेगोवाल की रमनजीत कौर ने बताया कि मेरे इस निर्णय का परिवार के साथ-साथ पूरे मोहल्ले के लोगों और रिस्तेदारों ने साथ दिया। फिर क्या था भांगड़े के साथ मेरी बेटी परी के जन्म पर ऐसी लोहड़ी मनी की वह यादगार बन गई।


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