400 ग्राम हेरोइन और 6 लाख ड्रग मनी समेत तीन तस्कर गिरफ्तार
काउंटर इंटेलिजेंस विंग जालंधर और जिले कपूरथला की पुलिस ने थाना सिटी फगवाड़ा क्षेत्र में हेरोइन तस्करी के एक बड़े अंतराराज्यीय ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ किया है।
संवाद सहयोगी, फगवाड़ा : काउंटर इंटेलिजेंस विंग जालंधर और जिले कपूरथला की पुलिस ने थाना सिटी फगवाड़ा क्षेत्र में हेरोइन तस्करी के एक बड़े अंतराराज्यीय ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने 400 ग्राम हेरोइन और 6 लाख की ड्रग राशि सहित तीन नशा तस्करों को गिरफ्तार किया। आरोपितों की पहचान सिकंदर कल्याण, उसका भाई सूरज कल्याण पुत्र रोशन लाल निवासी अली मोहल्ला जालंधर तथा दिल्ली से तस्करी करने वाली मा व बेटी फातिमा और फरहा निवासी महावीर एन्क्लेव दिल्ली के रूप में हुई है।
एआइजी काउंटर इंटेलिजेंस जालंधर श्री हरकमलप्रीत सिंह खाख ने कहा कि काउंटर इंटेलिजेंस सभी ड्रग तस्करों की गतिविधियों की निगरानी कर रहा है, चाहे वे जेल के अंदर बंद है या बाहर। खख ने कहा कि विंग को एक सूचना मिली थी कि सिकंदर कल्याण और उसका भाई सूरज कल्याण दिल्ली स्थित नाइजीरियाई तस्करों के संपर्क में हैं और आज सूरज कल्याण को दिल्लाी स्थित लेडी स्मगलरों से बड़ी हेरोइन की खेप मिल रही है और वह तीनो इस समय एक टोयोटा इटिओस कार नंबर पीबी18इएच9811 में मौजूद है और शहर फगवाड़ा क्षेत्र में अन्य तस्करों को बेचने जा रहे हैं, अगर उचित तलाशी की जाती है तो तस्करों को भारी मात्रा में हेरोइन के साथ पकड़ा जा सकता है। सुचना मिलते ही खख ने तुरंत इस जानकारी को एसएसपी कपूरथला श्री सतिंदर सिंह जी के साथ साझा कर काउंटर इंटेलिजेंस विंग और सिटी पुलिस स्टेशन की पुलिस पार्टी की एक संयुक्त टीम स्थापित कर तस्करों को खेप के साथ गिरफ्तार करने के निर्देश देते हुए क्षेत्र में तेनात किया। निर्देशों के अनुसार, पुलिस पार्टी ने क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया और चेकिंग के दोरान उस टोयोटा इटिओस कार को सफलतापूर्वक रोक कर तीन तस्करों को पकड़ लिया। तलाशी के दौरान पुलिस दल ने विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए एक डॉक्टर किट में छुपाकर रखी गई 400 ग्राम हेरोइन और 6 लाख ड्रग राशी बरामद कर उन्हें गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि सिटी फगवाड़ा पुलिस स्टेशन में इन तस्करों के खिलाफ नार्कोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सबस्टेंस एक्ट, 1985 की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपी सूरज कल्याण की प्रारंभिक पूछताछ से पता चला कि वह और उसका भाई सिकंदर पिछले कुछ सालों से ड्रग तस्करी के अवैध कारोबार में शामिल हैं। साल 2014 में दोनों भाइयों पर एक हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था और वह जेलों में बंद रहे है। सूरज को इस मामले से बरी कर दिया गया था और मई 2019 में उसे जेल से रिहा कर दिया गया, जबकि उसके भाई को उस मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। उन्होंने आगे कहा कि जेल में सिकंदर कल्याण ने नाइजीरियाई तस्करों के साथ अपने संबंध विकसित किए और अपने भाई सूरज को दिल्ली के तस्करों से ड्रग्स खरीद कर बेचने का निर्देश दिया। उन्हें पहले भी 100 ग्राम की दो खेप मिल चुकी हैं और इन्हे बेचने के बाद, आज 400 ग्राम हेरोइन की यह खेप मिली थी। एआइजी खख ने कहा कि सिकंदर कल्याण के बारे में उच्च जेल अधिकारियों के साथ सूचना को साझा किया गया और जेल के भीतर एक विशेष जांच की गई। जेल में सिकंदर के पास से मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद किए गए है और इस संबंध में एक अलग मामला उसके खिलाफ जेल अधिनियम, 1894 की धारा के तहत दर्ज किया गया है। एआइजी ने बताया कि गिरफ्तार तस्करों को पुलिस द्वारा मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा और पुलिस रिमाड की माग की जाएगी जो इस मामले की जाच पूरी कर इस रैकेट के अन्य सदस्यों को गिरफ्तार किया जा सके। रैकेट के किंगपिन सिकंदर कल्याण को भी कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद उपरोक्त एनडीपीएस अधिनियम मामले में गिरफ्तार किया जाएगा और पुलिस रिमाड पर लिया जाएगा।