कम होगा कोचों का वजन, ट्रेन में बढ़ेगी डिब्बों की संख्या व स्पीड
रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला द्वारा अब कम वजन वाले एलएचबी डिब्बों का निर्माण करने जा रहा है। दुनिया में चल रहे रेल डिब्बों में एलएचबी किस्म के डिब्बे सब से हल्के माने जाते है और इनमें अब ओर डेढ़ टन की कटौती की जाएगी। अ
हरनेक सिह जैनपुरी, कपूरथला :
रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला द्वारा अब कम वजन वाले एलएचबी डिब्बों का निर्माण करने जा रहा है। दुनिया में चल रहे रेल डिब्बों में एलएचबी किस्म के डिब्बे सब से हल्के माने जाते है और इनमें अब ओर डेढ़ टन की कटौती की जाएगी। आरसीएफ द्वारा कम वजन वाले बनाए जा रहे इन एलएचबी कोचों से न सिर्फ इन डिब्बों को खींचने की लागत में कमी आएगी बल्कि हल्के डिब्बे रेक में लगने से ट्रेनों में कोचों की संख्या भी बढ़ाई जा सकेगी। इसके अलावा डिब्बों की कुशलता में भी सुधार होगा तथा इनकी इंटीरियर लुक की खूबसूरती में भी बढ़ोतरी होगी तथा भारतीय रेल गाड़ियों की गति बढ़ाने के लक्ष्य की प्राप्ति भी संभव होगी।
आम तौर पर विभिन्न एलएचबी डिब्बों का वजन 46 टन के करीब होता है और अब इनका वजन ओर कम करने के लिए कोच की शैल, फर्निशिग और इलेक्ट्रिकल फिटिग्स में कई डिजाइनों में सुधार किए जा रहे हैं। इन डिजाइन सुधारों से ऐसी फर्स्ट क्लास, ऐसी 2 टियर, ऐसी 3 टियर, स्लीपर डिब्बे और जनरल डिब्बों में तकरीबन सात क्विटल से 1.5 टन वजन की कटौती होगी। जुलाई माह रहा उपलब्धियों भरा: महाप्रबंधक
आरसीएफ के महाप्रबंधक रविन्द्र गुप्ता ने बताया कि रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला के लिए जुलाई माह काफी उपलब्धियों भरा रहा, जिसमें आरसीएफ ने 151 एलएचबी डिब्बों का रिकार्ड निर्माण किया तथा डिब्बों का उत्पादन बढ़ाने के लिए बेहद कम लागत वाली जिग्ग का आरसीएफ में ही निर्माण किया। इससे प्रतिदिन सात से आठ डिब्बों का निर्माण संभव हो सकेगा। निर्माण क्षमता को बढ़ाने के लिए जहा अनेक नीतिगत परिवर्तन किए जा रहे हैं, वही रेल डिब्बों के विकास में भी कई कदम उठाए जा रहे हैं। इसी तहत रेल कोच फैक्ट्री द्वारा कम वजन वाले एलएचबी डिब्बों के निर्माण के लिए डिजाइन तैयार किए जाने लगे है। एयर कंडिशन्ड एलएचबी डिब्बों की सीट व बर्थ में होंगे व्यापक बदलाव
एयर कंडिशन्ड एलएचबी डिब्बों की सीट और बर्थ में व्यापक बदलाव किए जाएंगे जिससे ऐसी फर्स्ट, ऐसी 2 टियर और ऐसी 3 टियर में क्रमश: तीन क्विटल, छह क्विटल और 6.7 क्विटल वजन की कमी होगी। इसके इलावा इन डिब्बों के ऐसी पैकेज यूनिट के मटीरियल में बदलाव लाकर तीन क्विटल वजन कम किया जाएगा। स्लीपर और जनरल डिब्बों में पार्टीशन फ्रेम की जगह हलके हनी कॉम्ब पार्टीशन फ्रेम लगाने का प्रावधान है जिससे इन डिब्बों के वजन में भारी कमी आएगी। इसके अलावा विभिन प्रकार के डिब्बों में बायो टैंक, ट्रांसफार्मर, स्विच बोर्ड कैबनेट इत्यादि उपकरणों के जरिए वजन में कटौती का प्रावधान है। इस वर्ष उच्च क्षमता वाली पार्सल वैन का किया निर्माण
आरसीएफ के महाप्रबंधक रवीन्द्र गुप्ता का कहना है कि आरसीएफ ने इस वर्ष से उच्च क्षमता वाली पार्सल वैन का निर्माण व्यापक स्तर पर प्रारम्भ किया है। यह डिब्बे सभी लम्बी दूरी की गाड़ियों में लगाए जा रहे हैं जिससे सामान की आपूर्ति में तेजी संभव होगी। स्टेनलेस स्टील से बने इन डिब्बों की सामान वहन क्षमता 24 टन है। इन डिब्बों के लगेज रैक, पैनल और फ्लोरिग आदि के सामान में तबदीली लाकर लगभग 1.5 टन वजन कम किया जाएगा इस कटौती से इन पार्सल वैनो की सामान वहन क्षमता ओर बढ़ेगी।