टीबी लाइलाज नहीं, समय पर करवाएं उपचार
सिविल सर्जन दफ्तर में टीबी दिवस पर जागरूकता समारोह करवाया गया।
संवाद सहयोगी, कपूरथला : सिविल सर्जन दफ्तर में टीबी दिवस पर जागरूकता समारोह करवाया गया। सिविल सर्जन डा. सीमा ने कहा कि समय पर पहचान होने से टीबी का उपचार संभव है। टीबी के मरीज को दवाई का कोर्स पूरा करना जरूरी होता है। सरकारी अस्पतालों में टीबी का मुफ्त इलाज किया जाता है। डा. किंदरपाल बंगड़ ने बताया कि टीबी के नए मरीज संबंधी जानकारी देने पर प्राइवेट डाक्टर, लैब और कैमिस्ट को 500 रुपये का मानभत्ता दिया जाता है। जिला टीबी अधिकारी डा. मीनाक्षी ने बताया कि दो सप्ताह से अधिक खांसी, रात को पसीना आना, बुखार, भार कम होना, भूख न लगना टीबी के लक्षण है। डा. किंदरपाल बंगड़ ने बताया कि 2015 से अब तक हुए सर्वे दौरान जिले में सब नेशनल टीबी सर्वे के तहत जिला सेहत विभाग ने कांस्य पदक जीता है। इस सर्वे के तहत जिले में 20 फीसदी तक टीबी मामलों में कमी आई है। इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. कुलजीत सिंह, जिला परिवार भलाई अधिकारी डा. राज करनी, जिला डेंटल हेल्थ अधिकारी डा. सुरिदर मल्ल, सीनियर मेडिकल अधिकारी डा. तारा सिंह, डा. राजीव भगत, डा. सोनिया सरोया, डा. सुखविदर कौर, राम सिंह, रविदर जस्सल के अलावा अन्य उपस्थित थे।
जिले में 11 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों का उद्घाटन आज
संवाद सहयोगी, कपूरथला : सिविल सर्जन डा. सीमा ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को हर व्यक्ति तक पहुंचाने के उद्देश्य से जिले में 11 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों का वर्चूअल उदघाटन 25 मार्च को किया जा रहा है। उदघाटन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह की ओर से किया जाएगा। 11 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों के उद्घाटन होने से जिले में इन सेंटरों की संख्या 42 हो जाएगी।
जिला परिवार भलाई अधिकारी डा. राज करनी ने बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर प्रोजेक्ट के तहत जिले के सब सेंटरों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों में तबदील किया गया है। सब सेंटरों में पहले जहां जच्चा-बच्चा स्वास्थ्य सुविधाएं व टीकाकरण की सुविधा थी। अब इन सेवाओं में बढ़ोतरी करते हुए जच्चा-बच्चा सेहत सुविधाओं के साथ साथ अन्य रोगों के उपचार की भी सुविधा मिलेगी।