गोशाला के लिए तूड़ी और दवाइयां दी
मॉडर्न जेल के एसपी नरपिदर सिंह ने गोबिद गोधाम गौशाला का दौरा कर 10 ट्रॉली तूड़ी और दवाइयां भेंट की।
जागरण संवाददाता, कपूरथला : मॉडर्न जेल के एसपी नरपिदर सिंह ने गोबिद गोधाम गौशाला का दौरा कर 10 ट्रॉली तूड़ी और दवाइयां भेंट की। उन्होंने गोशाला के संदर्भ में आ रही समस्याओं के गोशाला के अध्यक्ष नरेश पंडित से चर्चा की। साथ ही अपने परिवारिक सदस्यों सहित गोमाता को प्रणाम कर गुड़, केला और हरा चारा आदि खिलाया। उन्होंने गोशाला के अस्पताल का निरीक्षण किया जहां घायल गायों का उपचार होता है। उन्होंने स्टाफ की तारीफ की जो गायों की देखभाल करते हैं। उसके बाद उन्होंने बीमार गायों के बाड़े को भी देखा। गोशाला की सफाई करने वाले कर्मचारियों को सम्मानित भी किया।
एसपी नरपिदर सिंह ने कहा कि गोमाता की सेवा करने से जो पुण्य की प्राप्ति होती है उसका कोई विकल्प नहीं होता। गोबिद गोधाम गोशाला के अधक्ष्य नरेश पंडित ने नरपिदर सिंह को गोमाता का चित्र भेंट किया। पंडित ने कहा कि हिन्दू पुराण के अनुसार गाय को माता का दर्जा दिया गया है। मानव समाज में भी मा शब्द कहना गाय से सीखा है। गोशाला में बैठकर किए गए यज्ञ, जप, तप का फल कई गुणा मिलता हैं। गोसेवा व गायों की रक्षा करना हमारा परम कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि गोमूत्र औषधि है। गोमाता की रीढ़ की हड्डी में सूर्य नाड़ी एवं केतुनाड़ी साथ हुआ करती है। गाय की परिक्रमा करने से चारों धाम के दर्शन लाभ प्राप्त होते हैं। हर व्यक्ति को गोमाता की सेवा एवं संरक्षण अवश्य करना चाहिए। नरेश पंडित ने गाय का वैज्ञानिक महत्व बताते हुए कहा कि जिस प्रकार पीपल का वृक्ष एवं तुलसी का पौधा आक्सीजन छोड़ते हैं। देशी गाय का एक चम्मच घी जलते हुए कंडे पर डाला जाए तो कई गुना ऑक्सीजन बनती है। इसलिए हमारे यहां हवन में गाय के घी का ही उपयोग किया जाता है। प्रदूषण दूर करने का इससे अच्छा और कोई साधन भी नहीं है। दु:ख इस बात का होता है कि कुछ लोग गोमाता का दूध निकालने के बाद उसे को भटकने के छोड़ देते हैं और उसकी भूख और प्यास की भी कोई चिता नहीं करते हैं।