सीचेवाल ने सांसदों को पढ़ाया पर्यावरण का पाठ
बलबीर सिंह सीचेवाल ने आनलाइन सेशन को संबोधित किया।
संवाद सहयोगी, सुल्तानपुर लोधी : बलबीर सिंह सीचेवाल ने आनलाइन सेशन पार्लियामेंट रिसर्च और प्रशिक्षण इंस्टीट्यूट फार डेमोक्रेसी की तरफ से करवाए गए पांच दिवसीय आनलाइन सत्र में राज्यसभा और लोकसभा के सदस्यों के साथ अपने अनुभव सांझे करते हुए उनको वातावरण का पाठ पढ़ाया। आनलाइन सत्र 18 जनवरी से शुरू हुआ था जिसे देश की 20 ऐसे लोगों ने संबोधित किया। जिन्होंने अपने अपने क्षेत्रों में समाज सेवा के लिए उल्लेखनीय कार्य किए हैं। शुक्रवार को आखिरी सत्र में संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने काली वेईं, सतलुज दरिया के प्रदूषण, बीकानेर के कैंसर अस्पताल और बाढ़ के दौरान किए गए कार्यो के बारे में विस्तार से बताया।
इस आनलाइन सत्र का उद्घाटन लोक सभा के स्पीकर ने 18 जनवरी को किया था। पंजाब से इस सत्र को संबोधित करने वाले संत बलबीर सिंह सीचेवाल पहले व्यक्ति थे। संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने किसानों का मुद्दा उठाया। उन्होंने 20 सालों के दौरान किसानों के लिए किये कामों का जिक्र करते हुए कहा कि यदि देश का किसान बचेगा तो ही देश मजबूत और आत्म निर्भर होगा। दोना इलाको में रास्ते बनाने, पवित्र काली वेई में निर्मल जलधारा के बहाव के साथ धरती निचले पानी को ऊपर उठाने और सीचेवाल माडल के से गांवों और शहरों के इस्तेमाल किए गए पानी को संशोधित कर दोबारा उपयोग का सफल अनुभव सांझा किया। यह सभी कार्य खेती के लिए लाभदायक साबित हो रहे हैं। दस्तावेजी फिल्म में देश के पूर्व राष्ट्रपति डा एपीजे अब्दुल कलाम का विशेष कर जिक्र किया गया था। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति भवन में हुई एक मुलाकात के दौरान डा कलाम ने एक बार संत सीचेवाल से कहा था वह राजनैतिक दलों के लोगों को पर्यावरण संरक्षण के बारे में जानकारी दें ताकि उनको काम करने के तरीकों का पता चल सके।