मौसमी फल पहुंच से दूर, सब्जियों के रेट बढ़े
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जसविंदर सिंह (विक्की), कपूरथला
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए प्रदेश में कर्फ्यू लगाया गया है। लोग घरों में कैद हैं। कर्फ्यू के चलते कई जरुरी वस्तुओं की आवक काफी धीमी हुई है। जिससे फलों व सब्जियों आदि के दाम काफी बढ़ गई है। हालांकि प्रशासन की तरफ से अधिक मूल्य पर सब्जी व फल बेचने वालों पर कार्रवाई का दावा किया जा रहा है लेकिन इसके बावजूद फलों और सब्जियों के रेट आसमान छूने लगे हैं।
सब्जी विक्रेताओं, मेडिकल स्टोर, दूध विक्रेता व करियाना स्टोर के मालिकों की सूची फोन नंबर सहित सोशल मीडिया की ओर से व गली मोहल्लों में चिपका कर लोगों को अवगत करवाया गया है। सब्जी बेचने वालों को को रेट लिस्ट लगाने की सख्त हिदायतें भी की गई हैं। कपूरथला में भी मार्केट कमेटी की ओर से सब्जियों की लिस्ट तैयार की जाती है जिसे सब्जिया बेचने वालों को रेहड़ी पर चिपकाना अनिवार्य बनाया जाता है। इन निर्देशों से सब्जी विक्रेता असमंजस की स्थिति में आ गए हैं।
सब्जी विक्रेताओं ने माग करते हुए कहा कि प्रशासन को उनकी इस समस्या का पहल के आधार पर समाधान करना चाहिए।
लॉक डाउन का असर लोगों के साथ साथ अब फलों पर भी देखने को मिल रहा है। गर्मी का सीजन शुरू हो चुका है। लॉक डाउन की वजह से कई मौसमी फल मंडियों से गायब है जिसका लोगों को गर्मियों में खासा इंतजार रहता है। इसका मुख्य कारण किसानों की ओर से गावों को लॉक डाउन की वजह से सील करना और सप्लाई न देने और लेने को माना जा रहा है। मंडी में आम, तरबूज, चीकू, अमरूद, लीची एवं खरबूजा नहीं मिल रहा है।
मार्केट कमेटी के इंस्पेक्टर प्रिथीपाल सिंह का कहना है कि लॉक डाउन के चलते सब्जियों की थोड़ी आवक कम हुई है। मंडी में सब्जी की कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रशासन हर समय लोगों की सेवा के लिए तत्पर है और उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
सब्जी मंडी के दाम
सब्जी किलोग्राम
नींबू 160 रुपये
पत्ता गोभी 20 रुपये
मटर 50 रुपये
अदरक 120 रुपये
हरी मिर्च 80 रुपये
गोभी 20 रुपये
प्याज 30 रुपये
खीरा 20 रुपये
्रटमाटर 40 रुपये
गाजर 30 रुपये
कदू 40 रुपये
फली 60 रुपये