पीएयू की ओर से सिफारिश की गई धान के बीजों बढ़ी मांग
कृषि विज्ञान केंद्र कपूरथला के डिप्टी डायरेक्टर जुगराज ¨सह के अनुसार कपूरथला जिले में पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी(पीएयू) की ओर से सिफारिश धान की उन्नत किस्मों की भारी मांग है, जिनमें पीआर 121, पीआर 122, पीआर 124, पीआर 126 और नई किस्म पीआर 127 शामिल हैं। किसान भाईयों ने यह बीज कृषि विज्ञान केंद्र और रिसर्च स्टेशनों से प्राप्त किए हैं।
जागरण संवाददाता, कपूरथला : कृषि विज्ञान केंद्र कपूरथला के डिप्टी डायरेक्टर जुगराज ¨सह के अनुसार कपूरथला जिले में पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी(पीएयू) की ओर से सिफारिश धान की उन्नत किस्मों की भारी मांग है, जिनमें पीआर 121, पीआर 122, पीआर 124, पीआर 126 और नई किस्म पीआर 127 शामिल हैं। किसान भाईयों ने यह बीज कृषि विज्ञान केंद्र और रिसर्च स्टेशनों से प्राप्त किए हैं। यह किस्में झुलस रोग के जीवाणुओं की पंजाब में पाई जाने वाली सभी 10 किस्मों का मुकाबला करने में समर्थ हैं।
उन्होंने बताया कि पीआर 126 किस्म का बीज 123 दिनों में पक जाता है और इसका झाड़ किसानों के खेतों में 30-34 ¨क्वटल/एकड़ निकला है। यह किस्म आलू व सब्जी उत्पादक किसानों की सबसे प्रिय है।
इस किस्म को अग्रिम या पिछेती फसल के तौर पर लिया जा सकता है। जिन किसान भाईयों ने बाहरी ऋतु की मक्का बीजी है, वह इस किस्म की बिजाई करके अच्छा झाड़ व लाभ कमा सकते हैं और साथ ही कटाई के बाद खेत जल्दी तैयार हो जाने के कारण समय पर आलू व सब्जी की बिजाई कर सकते हैं।
कृषि विज्ञान केंद्र कपूरथला के फसल विज्ञानी डॉ. ज¨तदर मनण ने अनुसार पीआर 126 किस्म की पनीरी 24 से 30 दिनों में लगाना जरूरी है। बड़ी उम्र की पनीरी लगाने से झाड़ पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है और अधिक जानकारी के मोबाइल नंबर 9815547607, 8968971345 पर संपर्क किया जा सकता है।