दोगुने रेट पर मिल रही निजी स्कूल की किताबें
करतारपुर रोड स्थित निजी स्कूल की किताबें दोगुने रेट में बेची जा रही है।
विरासती शहर के करतारपुर रोड स्थित निजी स्कूल प्रबंधक पर स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों ने पर दोगुने रेट पर किताबें व स्टेशनरी देने का आरोप लगाया है। स्कूल की किताबें और वर्दियां केवल एक चुनिंदा दुकान से ही मिलती है। दुकानदार अपनी मर्ज के रेट लगा कर अभिभावकों से पैसे वसूल रहा है।
स्कूल के बाहर कुछ दिनों के लिए खोली गई दुकान पर किताबें लेने के लिए बच्चों के माता-पिता पहुंचे तो दुकानदार किताबों पर प्रिंट रेट से भी अधिक रुपये वसूलने लगा। दुकानदार का कहना है कि उसकी दुकान में ही स्कूल की किताबें मिल सकती है इसलिए यह कीमत देनी ही पड़ेगी। सोमवार को उक्त दुकान पर किताब खरीदने के लिए गए बच्चों के अभिभावकों से दुकानदार प्रिंट रेट से भी अधिक पैसे लेना शुरू कर दिया। गुस्से में आकर अभिभावकों ने स्कूल प्रशासन पर आरोप लगाया कि पहले तो उक्त दुकानदार की तरफ से स्कूल कैंपस में ही किताबें बेची जातीं थी। इस साल स्कूल यह किताबें स्कूल कैंपस में न बेचने की बजाय स्कूल से थोड़ी दूरी पर स्थित किराए पर दुकान लेकर बेची जा रही है। अभिभावकों ने डीईओ (सीनियर सेकेंडरी ) को शिकायत देकर राहत दिलाने की मांग की है।
अभिभावकों ने बताया कि स्कूल प्रशासन की तरफ से किताबों की लिस्ट तो दी है। किताबें स्कूल से थोड़े दूरी पर कुछ समय खुली दुकान अलावा और कहीं नहीं मिल रही है।
इस संबंध में स्कूल प्रशासन का कहना है कि अभिभावकों को किताबें किसी खास दुकानदार से खरीदने के लिए मजबूर नहीं किया जा रहा है। स्कूल की तरफ से अभिभावकों को किताबों की लिस्ट मुहैया करवाई गई है।
डीईओ से मांगी है रिपोर्ट : डीसी
इस संबंध में डिप्टी कमिश्नर दीप्ति उप्पल का कहना है कि उन्होंने जिला शिक्षा अफसर को रिपोर्ट देने के लिए कहा है। अभिभावकों की परेशानी दूर करवाई जाएगी।
स्कूल प्रबंधक को पत्र भेजा : डीईओ
जिला शिक्षा अधिकारी (सीनियर सेकेंडरी) मस्सा सिंह का कहना है कि संबंधित स्कूल प्रशासन से रिपोर्ट मांगी जाएगी। इस संबंध में उन्होंने स्कूल प्रशासन को पत्र भेज दिया गया है। रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।