धर्म की स्थापना के लिए अवतार लेते हैं प्रभु : बृज भूषण
संवाद सूत्र, फगवाड़ा : जब जब धर्म की हानि और अधर्म का बोलवाला हो जाता है तब तब धर्म की स्थापना के
संवाद सूत्र, फगवाड़ा : जब जब धर्म की हानि और अधर्म का बोलवाला हो जाता है तब तब धर्म की स्थापना के लिए भगवान विष्णु अवतार धारण कर लेते हैं और अपने भक्तों को आनंदित करते हैं। यह बात जठेरे दुग्गला वेलफेयर सोसाइटी हादियाबाद की ओर से आयोजित श्री मदभागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ में ब्रज के प्रख्यात कथावाचक नंदगाव निवासी ब्रजभूषण जी महाराज ने कही। इस दौरान त्रेता की रामकथा का मार्मिक वर्णन किया। उन्होंने बताया कि माताओं को अपने बालकों मर्यादा पुरुषोत्तम राम जैसे संस्कार देने चाहिए। भाइयों को भरत और लक्ष्मण के चरित्र का अनुसरण करना चाहिए। कृष्ण कथा का वर्णन करते हुए उन्होंने बताया कि भगवान कृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ था। वहा से वासुदेव द्वारा कृष्ण को रात्री में ही नंदबाबा के घर गोकुल गाव ले जाया गया। कंस को कृष्ण के जन्म लेने का पता भविष्यवाणी से चल चुका था। वह राक्षसों को भेजकर कृष्ण को मरवाने की योजना बनाता था। कृष्ण के पिता नंदबाबा ने अपने कुल गुरु गर्गाचार्य के सुझाव से नंदीश्वर पर्वत पर गाव बसाया जिसका नाम नंदगाव रखा। नंदबाबा के गाव नंदगाव में आज भी नंदोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। कथा के दौरान आयोजित नंदोत्सव में खिलौने, मिठाइया एवं अन्य उपहार लुटाए गए। संगीतमय श्रीमदभागवत सुनकर श्रोता भावविभोर हो गये। यशोदा जायो लल्ला में वेदन में सुनि आई, नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की आदि धार्मिक भजनों पर श्रद्धालु झूम उठे। कार्यक्रम के दौरान जजमान विकास दविंदर आहूजा थे। इस मौके पर बलबीर रानी सोढी, दीपक नैयर, जय देव दुग्गल सुनील दुग्गल, पंडित संदीप भारद्वाज, राम तीर्थ भारद्वाज, गुरदीप दीपा, पुनीत दुग्गल, अनूप दुग्गल , प्रभात, ईशान, शिवम, गोपाल भी उपस्थित थे।