Move to Jagran APP

चंडीगढ़ बस्ती में सीवरेज जाम, सड़क पर भरा गंदा पानी

डॉ. सुनील धीर , सुल्तानपुर लोधी सुल्तानपुर लोधी रेलवे स्टेशन के पार चंडीगढ़ बस्ती के नाम से

By JagranEdited By: Published: Sun, 10 Jun 2018 07:28 PM (IST)Updated: Sun, 10 Jun 2018 07:28 PM (IST)
चंडीगढ़ बस्ती में सीवरेज जाम, सड़क पर भरा गंदा पानी
चंडीगढ़ बस्ती में सीवरेज जाम, सड़क पर भरा गंदा पानी

डॉ. सुनील धीर , सुल्तानपुर लोधी

loksabha election banner

सुल्तानपुर लोधी रेलवे स्टेशन के पार चंडीगढ़ बस्ती के नाम से जाने जाते सुल्तानपुर लोधी रूरल क्षेत्र में सीवरेज जाम होने तथा कई जगहों पर गंदगी के ढेर व नालियों में बहता गंदा पानी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन की पोल खोल रहा है तथा बस्ती के प्रति प्रशासकीय अनदेखी की भी दास्तां बयां करता है। चंडीगढ़ बस्ती के लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। गौरतलब है कि उक्त बस्ती गत लगभग बीस वर्षों से पंचायत के माध्यम से मूलभूत सुविधाए जुटाने हेतु हाथ पाव मार रही है परंतु अभी भी विकास से कोसों दूर नजर आती है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पंचायती भूमि के अभाव में न तो अभी तक वहां पर सीवरेज व जल आपूर्ति हेतु पानी की मोटर का प्रबंध मुमकिन हो सका है और न ही वहां पर जल निकासी हेतु कोई कार्य-योजना को अमली रूप दिया गया है।

मौका मुआयना करने पर पाया गया कि कई स्थानों पर सीवर जाम है। बस्ती के वार्ड नं 2 के बाहर तो एक जगह पर सीवरेज लीक होने से जल आपूर्ति का पानी भी प्रदूषित हो रहा था। दूषित पानी पीने से लोग बीमार होने लगे। इसके बाद पंचायत ने चंदा एकत्रित कर निजी तौर पर मशीन मंगवा कर ठीक कराने का प्रयास शुरु किया। सीवरेज की समस्या से निपटने हेतु गांव वासी जलापूर्ति एवं सीवरेज बोर्ड अधिकारियों से मिलकर गुहार लगा चुके हैं। अधिकारियों ने पेयजल आपूर्ति के लिए मोटर लगा कर देने के लिए भूमि की मांग की। मगर पंचायत कहां से भूमि लाए। बस्ती के निवासीं धर्म पाल , ¨डपल, रामेश तथा दर्शन इत्यादि ने बताया कि दूषित जल पीने से लोग बीमार हो रहे हैं, परंतु प्रशासन कुंभकर्णी नींद सो रहा है। उन्होंने प्रशासन से बस्ती की समस्याओं का निराकरण करने तथा मूलभूत सुविधाएं प्रदान करने हेतु गुहार लगाई है। उन्होंने बताया कि बस्ती के एकमात्र सरकारी प्राइमरी स्कूल में सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मात्र दो कमरे ही बनाए गए हैं, जो कि नाकाफी हैं। इसके अलावा पंचायती भूमि न होने के चलते बस्ती के कई स्थानों पर गंदगी के ढेर नजर आ रहे हैं। पौधे लगा कर क्षेत्र को मनमोहक छवि प्रदान करने हेतु पर्यावरण प्रेमी संत बलबीर ¨सह सीचेवाल के प्रयासों को भी वहां ग्रहण लगता दिखाई दे रहा है ।

बस्ती में विकास कार्यो के लिए नहीं मिली ग्रांट : सरपंच

इस संबंध में उक्त बस्ती की सरपंच कमलेश राणी ने बताया कि उनके बतौर सरपंच कार्यभार संभालने के बाद उनकी पंचायत को दस लाख रुपये की अनुदान राशि पूर्व वित्त मंत्री डॉ. उ¨पदरजीत कौर के प्रयासों से प्राप्त हुई थी, जिसको गांव की गलियों व नालियों को पुख्ता बनाने पर खर्च किया गया। उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी के शासनकाल के दौरान गांव के विकास कार्यों के लिए कोई भी अनुदान राशि अभी तक प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि अन्य पंचायत सदस्य सुखजीत बिट्टू, सुरजीत, राणों तथा हरप्रीत ¨सह के प्रयासों से बस्ती में सीवर व वाटर सप्लाई का कार्य करवाया गया है। उन्होंने कहा कि बेहतर जल आपूर्ति एवं दुरुस्त सीवर निजाम हेतु लोगों का सहयोग भी पूर्ण रूप से अपेक्षित है। उन्होंने बस्ती के लोगों से घरों की गंदगी व प्लास्टिक के लिफाफों इत्यादि को सीवर मे न डालने की अपील करते हुए बताया कि जन सहयोग के साथ निजी रुचि लेकर बस्ती के सीवर तंत्र को बहाल करने तथा शीघ्र सफाई करवाने की ओर कदम उठा रही हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.