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    Punjab पहुंचे एनजीटी के चेयरमैन बोले, सीचेवाल माडल से होगा प्रदूषण की समस्या का हल

    By harnek SinghEdited By: Pankaj Dwivedi
    Updated: Sun, 13 Nov 2022 10:23 PM (IST)

    सेमिनार में एनजीटी के चेयरमैन जस्टिस आदर्श कुमार गोयल ने कहा कि कई सख्त नियम व कानून बने लेकिन प्रदूषण बढ़ता ही जा रहा है। प्रदूषण के स्थायी समाधान के लिए संत सीचेवाल की तरफ से सुझाए गए अमेरिका एवं अन्य यूरोपियन देशों की तरह बिजनेस माडल को अपनाना होगा।

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    सुल्तानपुर लोधी में काली बेई के पानी की टीडीएस चेक करके एनजीटी चेयरमैन जस्टिस गोयल को दिखाते हुए संत सीचेवाल।

    हरनेक सिंह जैनपुरी, सुल्तानपुर लोधी (कपूरथला)। राज्यसभा सदस्य व पद्मश्री संत बलबीर सिंह सीचेवाल के प्रयास से सुल्तानपुर लोधी स्थित निर्मल कुटिया में पंजाब के पर्यावरण की दरपेश चुनौतियां विषय पर रविवार को आयोजित सेमिनार में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल एवं पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने मंथन किया। एनजीटी के चेयरमैन जस्टिस आदर्श कुमार गोयल ने कहा कि कई सख्त नियम व कानून बने, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड और फिर एनजीटी का गठन हुआ, लेकिन प्रदूषण बढ़ता ही जा रहा है।

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    नियम और कानून में कोई खामी नहीं है लेकिन चीन व अन्य देशों की तरह भारत में कमांड एंड कंट्रोल माडल कामयाब नहीं है। प्रदूषण की समस्या के हल को बिजनेस माडल से जोड़ कर देखा जा रहा है लेकिन सीचेवाल माडल ही सबसे सर्वोत्तम है, जिसे बेहद कम लागत में आसानी से देश में लागू किया जा सकता है।

    जस्टिस गोयल ने कहा कि प्रदूषण के कारण लोगों की मौत हो रही है और लोग कई बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। स्वच्छ कुदरती जल स्त्रोतों में गंदा पानी डाल कर उसे दूषित किया जा रहा है। प्रदूषण के स्थायी समाधान के लिए संत सीचेवाल की तरफ से सुझाए गए अमेरिका एवं अन्य यूरोपियन देशों की तरह बिजनेस माडल को अपनाना होगा।

    कपूरथला के सुल्तानपुर लोधी स्थित निर्मल कुटिया में पंजाब के प्रदूषण को दरपेश समस्या को लेकर आयोजित सेमीनार को संबोधित करते हुए संत बलबीर सिंह सीचेवाल। 

    उन्होंने पंजाब सरकार को लगाए गए 2080 करोड़ रुपये के मुआवजे का जिक्र करते हुए कहा कि यह जुर्माना नहीं है बल्कि पर्यावरण को हुए नुकसान की भरपाई है। इस राशि को पर्यावरण सुधार पर खर्च किया जाएगा। सेमिनार में निगरान कमेटी हरियाणा के चेयरमैन जस्टिस प्रीतम पाल ने कहा कि विजिलेंस कमेटी के काम के दौरान उन्होंने हरियाणा के एक पूर्व मंत्री पर 50 लाख का जुर्माना लगाया था, जिसकी फैक्ट्री का जहरीला पानी सरस्वती नदी में जा रहा था।

    एनजीटी की निगरान कमेटी पंजाब के चेयरमैन जस्टिस जसबीर सिंह ने कहा कि पर्यावरण स्वच्छ होने पर हमें अस्पतालों की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस मौके पर पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन आदर्शपाल विग ने भी विचार रखे।

    प्रति व्यक्ति 135 लीटर पानी की हो सप्लाई : सीचेवाल

    संत बलबीर ¨सह सीचेवाल ने कहा कि 135 लीटर प्रति व्यक्ति के हिसाब से पेयजल आपूर्ति होने से ही ट्रीटमेंट प्लांट ठीक से चल सकेंगे। 1974 के जल अधिनियम का उल्लंघन हुआ है लेकिन पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने उल्लंघन करने वालों को किसी प्रकार की को कोई सजा नहीं दी है। उन्होंने कहा कि प्रदूषित वातावरण के कारण पंजाब के लोग कैंसर और अन्य भयानक बीमारियों से पीडि़त हैं।