सरकार को बेरोजगार अध्यापकों के हितों की परवाह नहीं : डीटीएफ
डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट की बैठक जिला प्रधान अश्वनी टिब्बा की अध्यक्षता में हुई।
जागरण संवाददाता, कपूरथला : डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट की बैठक जिला प्रधान अश्वनी टिब्बा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में उपस्थित नेताओं ने सरकारी स्कूलों में हजारों पद खाली होने के बावजूद प्रदेश सरकार द्वारा कैबिनेट की बैठक में ईटीटी कैडर की केवल 500 और मास्टर, मिस्ट्रेस केडर की 2182 पद पर भर्ती के लिए आवेदन निकालने को बेरोजगार अध्यापकों से मजाक बताया। उन्होंने कहा कि घर-घर नौकरी देने का वादा करके सत्ता में आई प्रदेश सरकार का यह फैसला बेरोजगारों की उम्मीदों पर पानी फेरने वाला है।
उन्होंने कहा कि पिछले चार माह से संगरूर में रोजगार प्राप्ति के लिए संघर्ष कर रहे ईटीटी व बीएड टेस्ट पास बेरोजगार अध्यापकों को कैबिनेट बैठक से बड़ी उम्मीदे थीं क्योंकि सरकारी स्कूलों में हजारों की संख्या में पद खाली पड़े हैं। शिक्षा विभाग द्वारा कम संख्या में पद निकालने की घोषणा से बेरोजगारों में भारी रोष पाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले ही अध्यापकों की कमी से जूझ रहे सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे गरीब वर्ग के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा मुहैया करवाने के लिए और बेरोजगार अध्यापकों को सड़कों पर शोषण होने के स्थान पर सम्मान के साथ अध्यापन कार्य में लाने के लिए फ्रंट मांग कर रहा है ईटीटी कैडर की कम से कम 12 हजार और मास्टर कैडर की कम से कम 15 हजार पदों का भर्ती संबंधी जल्द सूचना जारी की जाए।
इस अवसर पर सुखचैण सिंह, बलविदर भंडाल, जैमल सिंह, तजिदर सिंह, मलकीत सिंह, पवन कुमार, राजेश मैंगी, अवतार सिंह, बलजीत बब्बा, बलवीर सिंह, गुरदीप धम्म, सुरिदरपाल सिंह, परमिदरजीत सिंह, नरिदर औजला, रोहित शर्मा, सुखदेव बूलपुर, सुरजीत सिंह, जोगिदर सिंह, राकेश कुमार, राजू बूलपुरी, रजनीश कुमार, गुरप्रीत सिंह, हरजिदर हैरी, अमित शर्मा, सुखपाल सिंह, कुलवीर सिंह, सुखदेव फगवाड़ा, कुलदीप सिंह, अश्वनी कुमार, परमजीत लाल, जसविदर टिब्बा, बलविदर फजलाबाद, नवकिरण फगवाड़ा, अजय शर्मा, बख्शीश सिंह के अलावा अन्य शामिल थे।