बीबी गुरप्रीत कौर ने लिया कार सेवा का जायजा
जगत गुरु श्री गुरु नानक देव जी के 550 साला प्रकाश पर्व के मौके देश-विदेश से सुल्तानपुर लोधी पहुंचने वाली संगत के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा प्रधान भाई गोबिद सिंह लोंगोवाल की अध्यक्षता में प्रत्येक पक्ष से पूरे प्रबंध किए जाएंगे और संगतों को कोई भी मुश्किल नहीं आने दी जाएगी। इन विचारों का प्रगटावा आज इतिहासिक गुरुद्वारा श्री बेर साहिब में गुरु के लंगर हाल और प्रबंधकीय कंपलेक्स के निर्माण की चल रही कार सेवा का जायजा लेने उपरांत शिरोमणि कमेटी सुल्तानपुर लोधी की सदस्य बीबी गुरप्रीत कौर ने किया।
संवाद सहयोगी, सुल्तानपुर लोधी : जगत गुरु श्री गुरु नानक देव जी के 550वें सालाना प्रकाश पर्व के मौके पर देश-विदेश से सुल्तानपुर लोधी पहुंचने वाली संगत के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा प्रधान भाई गोबिद सिंह लोंगोवाल की अध्यक्षता में प्रत्येक पक्ष से पूरे प्रबंध किए जाएंगे और संगतों को कोई भी मुश्किल नहीं आने दी जाएगी। यह विचार इतिहासिक गुरुद्वारा श्री बेर साहिब में गुरु के लंगर हाल और प्रबंधकीय कांपलेक्स के निर्माण की चल रही कार सेवा का जायजा लेने उपरांत शिरोमणि कमेटी सुल्तानपुर लोधी की सदस्य बीबी गुरप्रीत कौर रखे।
उन्होंने इस समय चल रहे विकास कार्यों को 550वें सालाना प्रकाशोत्सव से पहले पूरा करने की अपील की। बीबी गुरप्रीत कौर सदस्य शिरोमणि कमेटी ने बताया कि संत बाबा जगतार सिंह जी कार सेवा वालों द्वारा गुरुद्वारा श्री बेर साहिब में सात मंजिला बेबे नानकी निवास और कार पार्किंग लगभग तैयार की जा चुकी है। जिसके दरवाजे और खिड़कियां और मार्बल आदि लगाने की सेवा चल रही है। उन्होंने बताया कि एतिहासिक गुरुद्वारा संत घाट साहिब में श्री गुरु नानक देव निष्काम सेवक जत्था यूके द्वारा बाबा महिदर सिंह यूके और संत बाबा लाभ सिंह जी आनंदगढ़ साहिब वाले श्री मूल मंत्र स्थान की सेवा करवा रहे हैं।
इस मौके पर पावरकॉम के रिटायर्ड एडिशनल एसई इंजीनियर स्वर्ण सिंह, सचिव शिरोमणि कमेटी सकत्तर सिंह इंचार्ज शताब्दी समारोह, मेजर सिंह सुपरवाइजर शताब्दी समागम, गुरुद्वारा श्री बेर साहिब के मैनेजर भाई सतनाम सिंह रियाड़, एडिशनल मैनेजर सरबजीत सिंह, कुलवंत सिंह मीत मैनेजर, बाबा दलजीत सिंह, बाबा जग्गा सिंह, बाबा बलवंत सिंह, बाबा जसवीर सिंह, बाबा जोगा सिंह, बाबा नत्था सिंह, बाबा मंगल सिंह, बाबा गुरवेल सिंह, बाबा झिरमल सिंह, सतनाम सिंह रामें, जसकरण वीर सिंह, भाई सुरजीत सिंह हेड ग्रंथी, डॉ निरवेल सिंह धालीवाल आदि भी मौजूद थे।