ग्लोबल वार्मिग से जीवों अस्तित्व खतरे में : केएस बाठ
जागरण संवाददाता, कपूरथला : ग्लोबल वाíमंग जलवायु परिवर्तन का एक माप है और विश्व में औसतन तापम
जागरण संवाददाता, कपूरथला : ग्लोबल वाíमंग जलवायु परिवर्तन का एक माप है और विश्व में औसतन तापमान में विस्तार हो रहा है। जलवायु में परिवर्तन के दो मुख्य कारण है। एक प्राकृति कारण, जैसे कि सूरज की परिवर्तनशीलता और दूसरा मानव द्वारा किए जाने वाले प्रदूषण के कारण ओजोन परत में लगतार छिद्र होना। ग्रीन हाउस गैस के उत्सर्जन से दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही कार्बनडाइआक्साइड की मात्रा के कारण सूरज से आने वाली रोशनी वापस अंतरिक्ष में नहीं जा पा रही, जिसके कारण धरती पर सांसारिक तपिश दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है।
यह बात पुष्पा गुजराल साइंस सिटी की ओर से भारत सरकार के विज्ञान व प्रौद्योगिक विभाग और पंजाब राज्य साइंस व प्रौद्योगिकी परिषद के सहयोग के साथ जलवायु परिवर्तन विषय पर करवाई गई दो दिवसीय वर्कशाप के दौरान विज्ञान प्रसार के डायरेक्टर डॉ. डीके त्यागी ने बच्चों को संबोधित करते हुए कही। इस दौरान पंजाब विज्ञान व प्रौद्योगिकी परिषद चंडीगढ़ के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. एसके सक्सेना व पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली से डॉ. आरएन ¨जदल भी उपस्थित थे।
इस मौके पर विद्याíथयों और अध्यापकों को संबोधित करते हुए डॉ. केएस बाठ ने कहा कि खेती प्रधान राज्य होने के कारण पंजाब का जलवायु परिवर्तन के साथ सीध संबंध है। भारतीय मौसमी विभाग की ओर से दिए गए संकेतों के अनुसार पंजाब के कम से कम व अधिक से अधिक तापमान में क्रमवार 0.5-1.0 और 0.5-1.5 का विस्तार दर्ज किया गया है। जिसके परिणाम के तौर पर की वनस्पति व जीव-जंतु खतरे में है। उन्होंने कहा कि पंजाब के जीव-जंतुओं व वनस्पति को संभालने वाले जलगाहों का अस्तित्व भी खतरे में है। जलवायु परिवर्तन के विनाशकारी परिणामों के कारण जीव-जंतुओं की बहुत सी प्रजातियां हमसे विलुप्त हो चुकी है। धरती के निचले पानी का स्तर आए दिन नीचे गिर रहा है। फसलों की पैदावार कम हो रही है और बाढ़, सूखा व भूकंप की संभावनाओं में बढ़ोतरी हो रही है।
इस मौके साइंस सिटी के डायरेक्टर डॉ. राजेश ग्रोवर ने बच्चों को बताया कि साइंस सिटी में एक जलवायु थियेटर बनाया गया है। यह थियेटर जहां ग्लोबल वाíमंग के भेदों को खोलेगा। वहीं साथ ही साथ एक आनंदित प्राकृतिक नजारा भी पेश करता है। इस थियेटर में ग्लोबल वाíमंग क्या है और इसके क्या कारण है, इसके अलावा धरती पर फसलों की पैदावार और मानवीय जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा व इसको रोकने के लिए हम क्या कर सकते है, को इसको बहुत की बेहतर व आसान ढंग के साथ पेश किया जाता है। इस थियेटर में फिल्म के दौरान दिखाए गए ओबजेक्ट को बनावटी विषय वस्तुओं के साथ जोड़कर दिखाया गया है। अति-आधुनिक तकनीक के साथ बने इस थियेटर में पूरी दुनिया के ज्वलंत मामले ग्लोबल वाíमंग के प्रभावों को कम करने के लिए हम भाव एक आम आदमी कैसा योगदान दे सकता है, के बारे में बहुत ही दिलचस्प ढंग से पेश किया जाता है। इस मौके बच्चों को जलवायु परिवर्तन थियेटर में फिल्म का शो भी दिखाया गया।