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मौत से पहले सुक्खा काहलवां को पुलिस पर हत्या में शामिल का था शक

राज्य के चर्चित सुक्खा काहलवा हत्याकांड मामले में पुलिस अधिकारियों द्वारा अपराधियों की पहिचान को लेकर दी गवाही के बाद मुजरिमों के छूटने की आशंका बढ़ गई थी लेकिन मंगलवार को इस केस में गुरप्रीत ¨सह की गवाही से एक नया मोड़ आता प्रतीत होने लगा है। गुरप्रीत ¨सह ने अपनी गवाही में कई चौकाने वाले तथ्य उजागर किए है जिससे सुक्खा की हत्या के षडयंत्र को लेकर भी कई नए तथ्यों सामने आए है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Dec 2018 08:55 PM (IST)Updated: Tue, 18 Dec 2018 08:55 PM (IST)
मौत से पहले सुक्खा काहलवां को पुलिस पर हत्या में शामिल का था शक
मौत से पहले सुक्खा काहलवां को पुलिस पर हत्या में शामिल का था शक

नरेश कद/तर¨वदर ढिल्लो, कपूरथला

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बहुचर्चित सुक्खा काहलवां हत्याकांड मामले में पुलिस अधिकारियों की ओर से आरोपितों की पहचान को लेकर दी गई गवाही के बाद आरोपितों के बरी होने की आशंका बढ़ गई थी लेकिन मंगलवार को इस केस में गुरप्रीत ¨सह की गवाही से एक नया मोड़ आ गया है। गुरप्रीत ¨सह ने जिला व सेशन कोर्ट में मंगलवार को गवाही देकर कई चौकाने वाले तथ्य उजागर किए है जिससे सुक्खा काहलवां की हत्या के षडयंत्र को लेकर भी कई नए तथ्यों सामने आए है। गुरप्रीत ने गवाही देते हुए कहा कि मौत से पहले सुक्खा को पुलिस पर उसकी हत्या में शामिल होने का संदेह हो गया था।

मंगलवार को एडीशनल सेशन जज कपूरथला मनीष अरोड़ा की अदालत में थाना सुभानपुर के गांव जैराम पुर निवासी गुरप्रीत ¨सह को कड़ी सुरक्षा के बीच जेल प्रशासन होशियारपुर से गवाही के लिए अदालत में लेकर आया था। इस दौरान कचहरी परिसर में भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। गुरप्रीत ¨सह ने अदालत को बताया कि पवित्र ¨सह उर्फ फौगा ने सुक्खा काहलवां को कचहरी परिसर जालंधर में मारने में परेशानी की बात कही थी कि सुरक्षा के चलते घटना को अंजाम देना संभव नही है। इस पर गुरप्रीत ¨सह सेखों द्वारा सुक्खा काहलवां की हत्या के लिए उसे अदालत से लौटने के दौरान रास्ते पर हत्या करने की बात कही गई। इस साजिश को पूरा करने के लिए विक्की गोंडर की ओर से एसयूवी टाइप गाड़ी और हथियार मुहैया करवाना सुनिश्चित किया गया था।

उधर, विक्की गोंडर द्वारा अपने साथी लवप्रीत उर्फ लवली बाबा की हत्या का बदला लेने के लिए भी सुक्खा काहर्फ की हत्या करने का प्लान बनाया गया था। दूसरी तरफ गुरजीत ¨सह अपने मूंह पर सुक्खा की तरफ से पड़े तमाचे और बेइज्जती का बदला लेने के लिए भी सुक्खा की हत्या को अंजाम देना चाहता था। गुरप्रीत ¨सह ने अपनी गवाही में यह भी बताया कि सुक्खा की हत्या के लिए प्लान को जालंधर अदालत परिसर से शुरू करते हुए जालंधर के एक ढाबे में अंतिम रुप दिया गया। गुरप्रीत ने बताया कि उसने सुक्खा काहलवां के हत्या में शामिल आरोपितों के पीछे ढाबे में जाकर विक्की गोंडर व अन्य आरोपितों के इस साजिश के बारे में सुन लिया था।

अपनी गवाही में गुरप्रीत ने अदालत को बताया कि उसने इस साजिश के बारे में सुक्खा काहलवां के पिता को भी जानकारी दे दी थी जिस पर सुक्खा काहलवां के पिता ने गुरप्रीत को सुक्खा पर नजर रखने की ताकीद की थी। गवाह के मुताबिक सुक्खा काहलवा ने अपनी हत्या की साजिश के बारे में जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा के लिए जालंधर के अदालत में भी अर्जी दी थी। अदालत में दी गई गुरप्रीत की ओर से दी गई गवाही में इन सभी तथ्यों के आने के बाद सुक्खा काहलवा हत्याकांड में नया मोड़ आने वाला है। आने वाला समय ही बताएगा कि इस गवाही और पुलिस की गवाही में से किस गवाही का ज्यादा असर अपराधियों पर पड़ेगा। गौरतलब है कि इस मामले में अभी तक कुल 31 गवाह अदालत में अपनी गवाही दे चुके है, जिसमें से मुख्य गवाही के रुप में कुछ पुलिस कर्मचारियों द्वारा अपराधियों की पहिचान को लेकर दी गई गवाही से केस कुछ कमजोर होता दिखाई देने लगा था लेकिन गुरप्रीत की ताजा गवाही से अब फिर से यह केस काफी रोचक हो गया है। मंगलवार को अदालत में चार आरोपित पेश किए गए थे तथा चार अन्य आरोपितों की वीडियो कांफ्रेंस हुई थी। अदालत में कल भी गवाहों के बयान दर्ज किए जाएंगे।


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