सरकार पर फूटा आरसीएफ मेन्स यूनियन का गुस्सा
आरसीएफ मैंस यूनियन द्वारा फैक्ट्री गेट पर एनजेसीए के आह्वान पर सातवें वेतन आयोग की निराशाजनक रिपोर्ट के विरोध में तथा भारत सरकार द्वारा केंद्रीय कर्मचारियों की लंबित जायज मांगों को ना माने जाने को वह नई पेंशन स्कीम एनपीएस को समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना को लागू ना किए जाने फिटमेंट फॉर्मूला व मिनिमम वेजेस में सुधार ना किए जाने के विरोध में आरसीएफ
जागरण संवाददाता, कपूरथला : आरसीएफ मेंस यूनियन की ओर से फैक्ट्री गेट पर एनजेसीए के आह्वान पर सातवें वेतन आयोग की निराशाजनक रिपोर्ट के विरोध तथा केंद्र सरकार द्वारा केंद्रीय कर्मचारियों की लंबित जायज मांगों को ना माने जाने को लेकर रोष जताया गया। इसके अलावा नई पेंशन स्कीम को समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना को लागू ना किए जाने, फिटमेंट फॉर्मूला व मिनिमम वेजेस में सुधार ना किए जाने के विरोध में भी आवाज बुलंद की गई। इसके अलावा आरसीएफ प्रशासन द्वारा मनमर्जी से इंसेंटिव को रिव्यू करवाने, आउटसोर्सिंग को बढ़ावा देने, बाहर काम कर रहे हेल्पर साथियों को वर्कशॉप में ट्रांसफर ना करने के विरोध में बुधवार को सुबह सात बजे से गेट पर नारेबाजी की गई तथा विरोध स्वरूप सभी कर्मचारी काले रिबन बांध कर अपने काम पर गए। गेट पर भारी संख्या में एकत्रित होकर कर्मचारी विरोधी नीतियों का विरोध किया। इस मौके पर महासचिव जसवंत सिंह सैनी ने कर्मचारियों को एकजुट होकर वर्कर विरोधी नीतियों का मुकाबला करने का आह्वान किया।
इस मौके पर प्रधान राजवीर शर्मा वर्किंग प्रेसिडेंट, हरी दत्त, तालीब मोहम्मद, जोनल सेक्रेटरी राजेंद्र सिंह, इंद्रजीत सिंह रूपेवाली, सुरजीत सिंह, अरविद कुमार, नवीन कुमार हरचरण सिंह मनिदर वीर सिंह कमलजीत सिंह बचित्तर सिंह ,विजेंद्र कुमार मीणा, नरेश कुमार, सुखदीप सिंह बाजवा, किशन कुमार ,परमजीत सिंह , प्रभजोत चीमा हरविदर सिंह राजू, रविदर सिंह, गोल्डी, गोपी और भारी संख्या में साथी मौजूद थे।