डॉ. आंबेडकर के बताए मार्ग पर चलें : सोम प्रकाश
संवाद सहयोगी फगवाड़ा संविधान निर्माता बाबा साहेब डा. बीआर आंबेडकर के 128वें जन्मदिवस पर
संवाद सहयोगी, फगवाड़ा : संविधान निर्माता बाबा साहेब डा. बीआर आंबेडकर के 128वें जन्मदिवस पर भाजपा विधायक सोम प्रकाश की ओर से गुरु हरगोबिंद नगर में स्थित डॉ. अंबेडकर पार्क में समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में उपस्थित शिअद-भाजपा के नेता व कार्यकत्र्ताओं ने विधायक सोम प्रकाश के साथ डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा पर फूल मालाएं अर्पित कर श्रद्धासुमन भेंट किए। विधायक सोम प्रकाश ने कहा कि डॉ. बीआर आंबेडकर के उपदेश के तहत मानवता के भले के लिए काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि डॉ. आंबेडकर देश के गरीबों, अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों व महिलाओं के मसीहा थे। डॉ. आंबेडकर बहुत बडे़ अर्थशास्त्री रहे व उनके द्वारा लिखे संविधान से लोगों को प्रेरणा मिलती है। डॉ. आंबेडकर लाखों लोगों की जिंदगी में तब्दीली लेकर आए और उन्होंने हमेशा देश को एकजुट करने का प्रयास किया। इस अवसर पर जिला भाजपा के महासचिव अनुराग मनखंड, एसजीपीसी सदस्य सरवण सिंह कुलार, समाज सेवक प्रदीप आहूजा,भाजपा प्रधान परमजीत सिंह पम्मा चाचोकी, भाजपा उपाध्यक्ष वेद प्रकाश तनेजा, भाजपा महासचिव सुरिंदर चोपड़ा, पार्षद परमजीत सिंह खुराना, पार्षद संजय ग्रोवर, पार्षद राज कुमार गुप्ता, मधू भूषण कालिया, चंद्रेश कौल, भाजयुमो नेता अमित शुक्ला, पूर्व भाजयुमो प्रधान बल्लू वालिया, जिला भाजयुमो प्रधान सोनू रावलपिंडी, जिला भाजपा सचिव गगन सोनी, पार्षद बलजिंदर सिंह ठेकेदार, पूर्व पार्षद बीरा राम बलजोत, बलविंदर ठाकुर, पार्षद सरबजीत कौर, पार्षद रीटा, दर्शन लाल फौरमेन, बसंत कुमार सहित बड़ी संख्या में अकाली-भाजपा के कार्यकर्ता मौजूद थे।
डॉ. आंबेडकर के बताए मार्ग पर चले : अनुराग
डॉ. बीआर आंबेडकर के 128वें जन्मदिवस पर जिला भाजपा के महासचिव व भाजपा के तेज तर्रार युवा पार्षद अनुराग मनखंड ने कहा कि हम सबको डॉ. आंबेडकर के बताए मार्ग पर चलना चाहिए। डॉ. आंबेडकरने जातिगत एवं अन्य पूवाग्रहों से मुक्त भारत के निर्माण के लिए आजीवन संघर्षरत रहे। वह एक ऐसा समाज चाहते थे जहां महिलाओं व कमजोर वर्गो को समान अधिकार प्राप्त थे। उन्होंने समाजिक समरसता पर बल देते हुए हमेशा शोषितों और पीड़ितों के लिए आवाज बुलंद की। अनुराग ने कहा कि डॉ. आंबेडकर महिला उत्थान के भी प्रबल पक्षधर थे और उन्हें सशक्त, सबल एवं शिक्षित करने पर बल दिया। हमें डॉ. अंबेडकर के विचारों का अनुसरण करते हुए समता मूलक समाज की स्थापना करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए।