लोक साहित्य कला केंद्र को बुलंदियों पर पहुंचाने में जैलदार हसमुख का अहम योगदान
लोक साहित्य कला केंद्र रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला की ओर से संस्था के महासचिव गीतकार जैलदार सिंह हसमुख के 60 साल पूरे होने पर केंद्र की ओर से कम्यूनिटी हाल में सम्मान समारोह किया गया।
जागरण संवाददाता, कपूरथला। लोक साहित्य कला केंद्र, रेल कोच फैक्ट्री , कपूरथला की ओर से संस्था के महासचिव गीतकार जैलदार सिंह हसमुख के 60 साल पूरे होने पर केंद्र की ओर से कम्यूनिटी हाल में सम्मान समारोह किया गया। केंद्र के प्रधान कहानीकार बलराज कोहाड़ा ने बताया कि लोक साहित्य कला केंद्र को बुलंदियों पर पहुंचाने में जैलदार हसमुख ने अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने गजलों और गीतों की तीन किताबें पंजाबी साहित्य की झोली में डाली। भारतीय रेलवे बोर्ड के आदेशानुसार रेल कोच फैक्ट्री के हिदी विभाग की ओर से करवाए जाने वाले अलग-अलग विषयों पर उन्होंने अनेक इनाम प्राप्त किए। साहित्यकार धर्म पाल पैंथर ने कहा कि जैलदार सिंह इलाके की साहित्यिक जथेबंदिओं से जुड़ा हुआ है और अनेकों कवि दरबारों में हाजरी लगवाकर अपनी रचनाओं तथा दमदार आवाज से वह श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। उनकी शायरी दिनों दिन परिवारिक रिश्तों में आ रही गिरावट, समाजिक कुरीतियों के खिलाफ और देश भक्ति नायकों के बारे में लेागों को जागरूक करने में अपना अहम योगदान पा रही है। सुलतानपुर लोधी की सहित्यम सभा के प्रधान डॉ. सवरन सिंह और सृजना केंद्र कपूरथला के प्रधान कंवर इक्बानल ने जैलदार सिंह के जीवन की मंगल कामना की। जैलदार सिंह ने कहा कि आने वाले समय में रचनाओं की किताबें धन-धन श्री गुरू रविदास महारज जी और मानवता के मसीहा बाबा साहिब डॉ. बी आर आंबेडकर जी को सर्मिपत करूंगा। उन्होनें कहा कि जब तक मेरी जिदगी है, मैं पंजाबी साहित्य की झोली भरने में अपना योगदान डालता रहूंगा। इस मौके पर सुलतानपुर लोधी साहित्य सभा के प्रेस सचिव देस राज बूलपुरी, साहित्यकार चंन मोमी, डॉ. परमजीत सिंह मानसा, इंदरजीत सिंह रूपोवाली, रजीव कुमार शर्मा, मनजिदर कमल, मनोहर सिंह चड्डा, रणजीत सिंह खालसा, राज कपूर, हरजिदर राणा, कुलविदर सिंह, गुरमीत सिंह, अमरजीत सिंह मल्लक तथा रणजीत सपना आदि हाजिर थे।