छह साल से पराली नहीं जला रहा गुरनाम सिंह पड्डा
गांव लक्खण के पड्डा का किसान गुरनाम सिंह पड्डा छह साल से पराली और गेहूं की नाड़ को आग नहीं लगा रहा है।
धर्मपाल शारदा, नडाला : गांव लक्खण के पड्डा का किसान गुरनाम सिंह पड्डा छह साल से पराली और गेहूं की नाड़ को आग नहीं लगा रहा है। इस बार इस किसान ने प्रति एकड़ 34 क्विटल धान का झाड़ निकालकर नई मिसाल कायम की है। गुरनाम सिंह पड्डा ने अन्य किसानों को भी सलाह दी है कि वह धान की पराली को आग न लगाएं। उसका कहना है कि हैपी सीडर के साथ धान के खेत को आसानी के साथ तैयार करके गेहूं की बिजाई की जा सकती है। इसके साथ झाड़ में काफी विस्तार होता है। उन्होंने 2013 में 1.58 लाख की लागत के साथ हैपी सीडर की खरीद की थी। इस समय तीन हैपी सीडर काम रहे हैं। इस सीडर के साथ इस साल गुरनाम ने अपनी 55 एकड़ गेहूं की बिजाई करनी है। करीब 150 एकड़ दूसरे किसानों की बिजाई की जाएगी। इसकी सहायता से 1800 रुपये के खर्च के साथ एक एकड़ गेहूं की बिजाई हो जाएगी। उन्होंने पहले साल तीन एकड़ जमीन में बिना आग लगाए फसल की बिजाई की। प्रति एकड़ तीन क्विटल झाड़ में विस्तार हुआ है। फिर सिलसिला और आगे बढ़ाया। वह खुद आग नहीं लगाते और आसपास के किसानों की तरफ से लगाई आग को अपने खेतों में आने से रोकने के प्रबंध भी उन्होंने किए हैं। इस मौके पर किसान करनैल सिंह पड्डा, जसवंत सिंह जोशी, रणजीत सिंह पड्डा उपस्थित थे।