धस्सी बांध बनाने के लिए किसानों ने खर्च किया एक करोड़ 26 लाख का डीजल
पर्यावरण प्रेमी संत बाबा बलबीर सिंह सीचेवाल की अध्यक्षता में सतलुज दरिया की कारसेवा चल रही है।
संवाद सहयोगी, कपूरथला : पर्यावरण प्रेमी संत बाबा बलबीर सिंह सीचेवाल की अध्यक्षता में सतलुज दरिया की कारसेवा चल रही है। इस दौरान किसानों ने एक करोड़ 26 लाख से ज्यादा का डीजल अपनी किरत कमाई में लगाकर सतलुज दरिया में गिद्दड़पिंडी पुल के नीचे मिटटी निकालकर धुस्सी धुस्सी बांध को ऊंचा कर किया है।
सतलुज दरिया पर बने इस रेलवे पुल के 21 दरे हैं, जिनमें से पानी निकलता है। इनमें अब तक 12 दरे साफ हो चुके हैं, बाकी के दरियाओं में मिटटी निकाली जानी है, परंतु दरिया में पानी छोड़े जाने के कारण कार सेवा का काम काफी हद तक प्रभावित हुआ है। लॉकडाउन के दौरान इलाके के लोगों ने सतलुज दरिया के विंग को सीधा कर लिया था।
जानिया चाहल बांध पर मास्क बांधकर किसानों ने इस इलाके को बाढ़ की मार से बचाने के लिए संत बाबा बलबीर सिंह सीचेवाल की ओर से किए जा रहे प्रबंधों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यदि इलाके के लोगों ने अपना भविष्य बचाना है, तो सतलुज दरिया में गिद्दड़पिंडी रेलवे पुल के नीचे से 18 फुट तक मिटटी निकालने की चल रही सेवा में सहयोग करें।
इस मौके पर कांग्रेसी विधायक हरदेव सिंह लाडी ने किसानों को भरोसा दिया कि सतलुज दरिया में मिटटी निकालने के लिए जो भी पंजाब सरकार से मदद चाहिए होगी, तो वे इस संबंधी सीधे मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के साथ बात करेंगे। पिछले वर्ष बाढ़ के कारण किसानों का हुआ था नुकसान
उल्लेखनीय है कि पिछले साल अगस्त माह में आई बाढ़ ने लोहियां व सुल्तानपुर लोधी इलाके में भारी तबाही मचाई थी व बड़े स्तर पर किसानों का हजारों एकड़ धान बर्बाद हो गया था। संत बाबा बलबीर सिंह सीचेवाल ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी से सावधानियों से बचा जा सकता है। उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह, विधायक हरदेव सिंह लाडी व डिप्टी कमिश्नर वरिदर कुमार शर्मा का धन्यवाद किया, जिन्होंने उनका सहयोग किया।
संत सीचेवाल ने कहा कि आने वाली बरसात से पहले पहले रेलवे पुल के बाकी रहते दरिया भी साफ किए जाएंगे। जो डीजल पर पैसा खर्च किया गया है, वे सारा पैसा एनआरआइ भाईयों के सहयोग से मिला है और ये काम पिछले नौ माह से लगातार जारी है। इस अवसर पर पूर्व सरपंच दलजीत सिंह, कुलवंत सिंह, कुलविंदर सिंह, जसविंदर सिंह काला, फुम्मण सिंह, अजीत सिंह, सरुप सिंह, बलबीर सिंह, नेक सिंह, हरमेल सिंह व अन्य उपस्थित थे।