चीनी सामान के साथ देश के गद्दारों का भी हो बहिष्कार
कपूरथला भारत सरकार ने सुरक्षा का हवाला देते हुए चीन की 59 एप पर प्रतिबंध लगा दिया है।
जांस, कपूरथला : कपूरथला भारत सरकार ने सुरक्षा का हवाला देते हुए चीन की 59 एप पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसे लेकर प्रतिक्रियाएं भी आनी शुरू हो गई हैं। प्रतिबंधित किए गए उन 59 एप्स में लोकप्रिय एप टिकटॉक, शेयरइट, हेलो, यूसी ब्राउजर, लाइकी, वीचैट भी शामिल हैं। सरकार के इस कदम का लोग स्वागत कर रहे हैं। इस बीच बजरंग दल नेताओं ने बैठक के दौरान चीनी एप प्रतिबंध लगाए जाने पर खुशी जताई है।
बजरंग दल पंजाब के के वरिष्ठ नेता नरेश पंडित ने कहा 59 चीनी एप पर प्रतिबंध लगाकर भारत सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। प्रधानमंत्री मोदी इस साहसिक निर्णय के लिए बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा यह सरकार का उन प्लेटफार्मो के खिलाफ स्वागत योग्य कदम है जिनसे गोपनीयता साइबर सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है। पंडित ने कहा की अक्साई चिन भारतीय क्षेत्र है और अब उसे चीन से वापस लेने का वक्त आ चुका है। केवल अक्साई चीन ही नहीं, बल्कि गिलगित और बाल्टिस्तान जैसे सभी इलाके देश का हिस्सा हैं।
उन्होंने कहा की चीन ने हमारे साथ धोखा किया है। यह उसकी फितरत में हैं। वहीं भारत जयचंद जैसे गद्दारों से भरा पड़ा है। महाराणा प्रताप की हार इसलिए नहीं हुई कि अकबर ताकतवर था, बल्कि उस समय भी देश के गद्दारों ने पीठ में छुरा घोंपा था। आज भी जब हम चीन से दोतरफा लड़ रहे हैं, तब भी कुछ गद्दार चीन की बोली बोल रहे हैं। डोकलाम याद होगा। उस समय कांग्रेस के राहुल गांधी चीनी दूतावास में चीन के अधिकारियों के साथ चर्चा में व्यस्त थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ खड़ा होने की बजाए वह चीन के साथ खड़े नजर आए। आज भी वह हमारी सेना का मनोबल बढ़ाने की जगह चीन को अधिक ताकतवर बताकर सेना और देश का मनोबल गिरा रहे हैं। राहुल को वास्तव में कूटनीति, युद्ध रणनीति का ज्ञान नहीं है। उनकी मूर्खतापूर्ण हरकतों से देश को नुकसान हो रहा है। पता नहीं चल रहा कि राहुल प्रधानमंत्री से सीमा की कौन-सी गोपनीय बात जानकर चीन को सतर्क करना चाह रहे हैं। शायद इसी कारण कांग्रेस ने घोषणा की है कि वह लद्दाख सीमा पर वास्तविक स्थिति का आकलन करने के लिए राहुल की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल भेजेगी। भेजना ही है तो कांग्रेस सेवादल के सदस्यों के हाथों में राइफल देकर चीन से लड़ने के लिए भेजो। इस अवसर पर संदीप अग्रवाल, दीपक मरवाहा, करन शर्मा आदि ने भी मोदी सरकार की चीन पर डिजिटल स्ट्राइक का किया स्वागत।