Move to Jagran APP

मानव तस्करी के खेल में सब कुछ फर्जी, रग्‍बी ट्रेनिंग के लिए फ्रांस भेजे गए 25 बच्‍चे लापता

पंजाब के 25 बच्‍चों काे पौेने दाे साल पहले रग्‍बी खेल के प्रशिक्षण के नाम पर फ्रांस भेज दिया गया। फ्रांस पहुंचने के बाद वे लापता हो गए। मानव तस्‍करी का सारा खेल फर्जीवाडे से हुआ।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sun, 31 Dec 2017 01:09 PM (IST)Updated: Sun, 31 Dec 2017 01:10 PM (IST)
मानव तस्करी के खेल में सब कुछ फर्जी, रग्‍बी ट्रेनिंग के लिए फ्रांस भेजे गए 25 बच्‍चे लापता
मानव तस्करी के खेल में सब कुछ फर्जी, रग्‍बी ट्रेनिंग के लिए फ्रांस भेजे गए 25 बच्‍चे लापता

कपूरथला, [हरनेक सिंह जैनपुरी]। पंजाब से मानव तस्‍करी का धंधा पूरी तरह फर्जीवाड़े पर टिका हुआ है। यहां सीबीआइ की ओर से जिन 25 बच्चों की तस्करी का भंडाफोड़ किया है। उनके फ्रांस में लापता होने की बात कही जा रही है। अब खुलासा हुआ है कि यह पूरा मामला फर्जीवाड़े पर टिका है। इन बच्‍चों को रग्‍बी खेल के प्रशिक्षण के नाम पर भेजा गया था। उनको जिस स्‍कूल का छात्र बताकर भेजा गया था वे वहां पढ़ते ही नहीं थे।

prime article banner

ट्रैवल एजेंट पौने दो साल पहले 25 युवकों को ले गए थे फ्रांस

करीब पौने दो साल पहले 1 फरवरी 2016 को इन बच्चों को फ्रांस भेजा गया, उनका रग्बी खेल से कोई लेना देना नहीं था। ट्रैवल एजेंटों ने एक स्कूल के फर्जी लैटर हेड तैयार कर उसमें बच्चों को रग्बी खिलाड़ी बताकर उन्हें प्रशिक्षण दिलाने की बात कर विदेश भेजा। जिस स्कूल का लैटर हेड तैयार किया गया वे बच्चे भी उस स्कूल के नहीं थे।

यह भी पढ़ें: चाट वाले ने कम दी चटनी तो याद आए अंग्रेजी वाले मास्टरजी, जानें क्या है मामला

खुफिया विभाग के सूत्रों का कहना है कि एजेंटों ने स्कूल के फर्जी लैटर हेड तैयार किए। बच्चों के स्कूल में दाखिले व पढ़ाई संबंधी दस्तावेज भी शायद जाली ही तैयार किए गए हैं। इन लोगों को सिर्फ विदेश ले जाने के लिए रग्बी खिलाड़ी बनाया गया था। माना जा रहा है कि यह भी संभव है जिन बच्चों को विदेश भेजा गया है उनकी जन्म तिथि में भी गड़बड़ी की गई है जिसमें उनकी उम्र कम दिखाई गई हो।

एजेंटों के रग्बी खिलाड़ी के झांसे में आए अभिभावक

बच्चों को विदेश भेजने की इच्छा रखने वाले अभिभावक भी ट्रैवल एजेंटों के इस जाल में फंस गए हैं। सूत्रों के अनुसार, ऐसे मामले सामने आए थे जिनमें अभिभावकों ने खुद ट्रैवल एजेंटों से इस तरह बच्चों को विदेश भेजने को सहमति दी थी लेकिन ऐसे अभिभावक कुछ बताने को तैयार नहीं।

सीबीआइ कर रही जांच, प्रशासन व पुलिस के पास कोई जानकारी नहीं

सीबीआइ की ओर से मानव तस्करी का खुलासा करने और उसमें कपूरथला के दो स्कूलों के बच्चे होने की बात सामने आने के बाद भी जिला प्रशासन व पुलिस पूरे मामले से अनजान बना हुआ है। मामले की छानबीन के लिए न तो अभी तक जिला प्रशासन ने कोई कदम उठाया है न पुलिस अभी तक हरकत में आई है। 1 फरवरी 2016 को रग्बी खिलाड़ी के नाम पर कौन बच्चे फ्रांस भेजे गए थे, कहां के रहने वाले थे ये बात अभी तक यह पहेली बनी हुई है।

यह भी पढ़ें: सरबजीत के परिवार को भी पाक ने किया था जलील, पत्‍नी का सिंदूर व बिंदी भी हटवाई

स्कूल व बच्चों की अभी कोई जानकारी नहीं : डीसी

कपूरथला के जिला उपायुक्‍त (डीसी) मोहम्मद तय्यब का कहना है कि उनके पास इस बारे में अभी तक कोई सूचना नहीं आई है। बच्चे कहां से हैं और किस स्कूल से हैं फिलहाल कोई जानकारी नहीं है। अगर शिकायत आएगी तो कार्रवाई करेंगे।

पुलिस के हाथ अभी नहीं लगी कोई जानकारी : आइजी

जालंधर रेज के आइजी अर्पित शुक्ला का कहना है कि मामला संवदेनशील है। इस बारे में पता लगाने की कोशिश की गई लेकिन कोई जानकारी हाथ नहीं लगी। कोई शिकायत करेगा तो आगे बात बढ़ेगी। हम सीबीआइ की मदद को तैयार है लेकिन फिलहाल सीबीआइ ने कोई संपर्क नहीं किया है।

यह भी पढ़ें: हनी ट्रैप का गंदा खेल : बेटी बनाती थी संबंध, पिता वीडियो बना करता था ब्लैकमेल


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.