जनता से किया हर वादा पूरा किया जाएगा : धालीवाल
फगवाड़ा हलके से उपचुनाव जीत कर विधायक बने बलविंदर सिंह धालीवाल (रिटायर्ड आइएएस) ने सोमवार को शपथ ली।
संवाद सहयोगी, फगवाड़ा
फगवाड़ा हलके से उपचुनाव जीत कर विधायक बने बलविंदर सिंह धालीवाल (रिटायर्ड आइएएस) ने सोमवार को शपथ ली। विधानसभा में सादे समारोह में नवनिर्वाचित विधायक बलविंदर सिंह धालीवाल को विधानसभा के स्पीकर राणा केपी सिंह की ओर से पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। इस दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ व पंजाब के उद्योग व कामर्स मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा भी विशेष तौर पर मौजूद रहे। बताते चले कि साल 2017 के विधान सभा चुनावों में जीत दर्ज कर विधायक बने सोम प्रकाश लोकसभा चुनावों में होशियारपुर लोकसभा हलके से जीत दर्ज कर सांसद बन गए थे, जिसके बाद फगवाड़ा विधानसभा की सीट खाली हुई थी। बीते दिनो फगवाड़ा विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में कांग्रेस के बलविंदर सिंह धालीवाल ने शानदार जीत हासिल की थी। ऐसे में सोमवार को नवनिर्वाचित विधायक धालीवाल ने पद व गोपनीयता की शपथ ली। उल्लेखनीय है कि विधायक धालीवाल की इस जीत में पंजाब के उद्योग व कामर्स मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा का अहम रोल रहा है।
शपथ ग्रहण के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए विधायक बलविंदर सिंह धालीवाल ने कहा कि वह फगवाड़ा की जनता से किया हर वादा पूरा करेंगे। इस अवसर पर विधायक धालीवाल की प्तनी सरबजीत कौर धालीवाल, बेटा हनी धालीवाल व कमल धालीवाल, ब्लाक कांग्रेस शहरी के प्रधान पार्षद संजीव बुग्गा, देहाती प्रधान दलजीत राजू दरवेश पिंड, समाज सेवक विनोद वरमानी, सीनियर कांग्रेसी नेता सुनील पराशर, पीपीसीसी सचिव नरेश भारद्वाज, पार्षद रामपाल उप्पल,ख्पार्षद मुनीष प्रभाकर, अगम पराशर, पप्पी परमार, संजीव चीका व अन्य उपस्थित थे।
भाजपा के गढ़ में धालीवाल ने लगाई सेंध
फगवाड़ा विधानसभा हलके को कभी कांग्रेस का गढ़ माना जाता था। लेकिन कांग्रेसियों में गुटबाजी चरम सीमा पर पहुंच जाने के चलते धीरे-धीरे कांगेस का जनाधार खत्म होता गया। ऐसे में 2007, 2012 व 2017 में फगवाड़ा हलके में हुए विधानसभा चुनावों में भ्कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा व ाजपा ने जीत की हैट्रिक बनाई। इसके अलावा 2019 में हुए लोकसभा चुनावों में भी फगवाड़ा हलके से भाजपा को बढ़त मिली। विधायक सोम प्रकाश के सांसद बन जाने के बाद खाली हुई इस सीट पर कांग्रेस की ओर से नए चेहरे बलविंदर सिंह धालीवाल (रिटायर्ड आइएएस) पर खेला गया दांव पूरी तरह से सटीक बैठा व धालीवाल ने 26 हजार से भी अधिक वोटों से चुनाव जीतकर भाजपा के गढ़ में भारी सेंध मारी कर सीट कांग्रेस हाईकमान की झोली में डाली। हालांकि इस उपचुनाव में कांग्रेस कम, बल्कि धालीवाल फैक्टर ज्यादा चला।