दो करोड़ खर्च करने के बाद भी नडाला में बाधित रहती है बिजली
कस्बा नडाला में बिजली व्यवस्था के सुधार के लिए 2.05 करोड़ ़खर्च करने के बावजूद समस्या जस की तस है।
संवाद सहयोगी, नडाला : कस्बा नडाला में बिजली व्यवस्था के सुधार के लिए 2.05 करोड़ खर्च करने के बावजूद समस्या जस की तस है। लगभग एक साल पहले नडाला में बिजली सुधारों के लिए काम शुरू किया गया। संबंधित ठेकेदार के कारिदों ने काम में नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाईं। नगर पंचायत की ओर से बनाई गईं गलियों में लगाई गईं इंटरलॉक टाइल्स को उखाड़ दिया गया। कर्मचारियों ने जहां मन किया वहीं पोल लगा दिया। दुकानों के बिल्कुल सामने पोल लगा दिए और उन्हें दूसरी जगह बदलने के लिए पैसों तक कि मांग की गई।
भुलत्थ रोड पर अपनी लाइन को फिट करते समय पहले से लगी स्ट्रीट लाइट्स के मुंह ही दूसरी ओर घुमा दिए गए। पोल लगाने के लिए खोदे गए गड्ढे भी सही तरह के साथ बंद नहीं किए गए। कुछ जगह गलत लगाए पोल के बारे में अधिकारियों बताने के बाद भी सही नहीं किया गया।
सुभानपुर सड़क पर नए पुराने पोलों का जंक्शन बना हुआ है। बिजली सुधार के लिए पूरे कस्बे की लाइनें, पोल, ट्रांसफार्मर बदले जाने थे परंतु काफी ट्रांसफार्मर, लाइनें और केबल पुरानी है। गुरुद्वारा बाऊली साहिब की जमीन से गुजरती आधे से अधिक कस्बे को सप्लाई देने वाली लाइन पुरानी ही चल रही है। पांच के करीब पुराने चल रहे ट्रांसफार्मर नहीं बदले गए। मानां मोहल्ले में तीन बार ट्रांसफार्मर बदले गए। बिजली घर की तरफ से अड्डे की तरफ आती बड़ी केबल में कई बार फाल्ट पड़ चुका है। बारिश व आंधी के बिना भी किसी समय भी बिजली सप्लाई बंद हो जाती है।
कस्बा निवासी मनजिंदर सिंह लाडी जिला प्रधान एंटी करप्शन एसोसिएशन, सचिव डॉ. संदीप कुमार, सतपाल सिद्धू, हरजिन्दर सिंह साही, संदीप पसरीचा ने कहा कि दो करोड़ से अधिक खर्च करके भी कोई सुख नहीं मिला। इससे तो पुरानी व्यवस्था ही सही थी।
कोट्स
संबंधित ठेकेदार को शेष रहते काम को जल्द मुकम्मल करने के लिए कह दिया गया है। लोगों की समस्या का जल्द समाधान होगा।
मनविंदरजीत सिंह, एसडीओ, नडाला।