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मौत के नौ महीने पर साऊदी अरब से पहुंचा गाव नसीराबाद के ओंकार सिंह का शव

माता- पिता के सपने को पूरा करने की चाह में विदेश गया फगवाड़ा के निकटवर्ती गाव नसीराबाद का युवक खुद तो नही लेकिन नौ महीने बाद उसका शव घर पहुंचा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 Jul 2020 08:27 PM (IST)Updated: Sat, 18 Jul 2020 08:27 PM (IST)
मौत के नौ महीने पर साऊदी अरब से पहुंचा गाव नसीराबाद के ओंकार सिंह का शव
मौत के नौ महीने पर साऊदी अरब से पहुंचा गाव नसीराबाद के ओंकार सिंह का शव

अमित ओहरी, फगवाड़ा : घर की आर्थिक तंगी को दूर करने व कड़ी मेहनत कर पैसे कमाकर अपने माता- पिता के सपने को पूरा करने की चाह में विदेश गया फगवाड़ा के निकटवर्ती गाव नसीराबाद का युवक खुद तो नही, लेकिन नौ महीने बाद उसका शव घर पहुंचा है।

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गाव नसीराबाद का गरीब परिवार से संबंधित युवक ओंकार सिंह (27) पुत्र सुरिंदर सिंह 30 जुलाई 2019 को साऊदी अरब गया था। वह वहां पर एक कंपनी में काम करता था। इस दौरान 14 नवम्बर 2019 को काम करते समय अचानक एक मशीन बंद हो गई, जिसे ठीक करते समय ओंकार की दोनो टांगें मशीन में फस गई। उपचार के दौरान 19 नवंबर 2019 को उसकी मौत हो गई।

इसके बाद ओंकार के परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। लाडले बेटे की मौत की खबर मिलने के बाद जहां परिवार पूरी तरह से टूट गया है। वहीं बेटे का शव भारत लाने के लिए भी परिवार को दर-दर भटकना पड़ा, लेकिन किसी ने भी परिवार की मदद नहीं की। जिस कंपनी में ओंकार काम करता था ना तो उन्होंने परिवार का साथ दिया और सरकार ने उनकी मदद की। परिवार के लिए एक-एक दिन काटना मुश्किल हो गया। परिवार अपने लाड़ले का शव भारत लाने के लिए दर-दर की ठोकरें खाता रहा। आखिरकार शनिवार को ओंकार सिंह का शव गाव नसीराबाद पहुंचा, जिसे देख जहा पारिवारिक सदस्यों व परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था, वही ओंकार के अंतिम संस्कार के दौरान मौके हर किसी की आंखें नम थीं।

परिवार ने केंद्र व राज्य सरकार से मांगी मदद

मृतक ओंकार सिंह के चाचा के बेटे ने बताया कि ओंकार अपने परिवार के आर्थिक हालत को ठीक करने के लिए 30 जुलाई 2019 को साऊदी अरब की एक कंपनी में काम करने के लिए गया था। कंपनी में काम करते समय एक हादसे में उसकी टांगें मशीन में आ गई, जहा उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई थी। मौत के बाद मृतक ओंकार के शव को भारत लाने के लिए उसके पारिवारिक सदस्यों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। उन्होंने केंद्र व पंजाब सरकार से परिवार की मदद करने की माग की है।

परिवार का इकलौता पुत्र था ओंकार सिंह

मृतक ओंकार सिंह के परिवार की आर्थिक हालत बहुत कमजोर है। ओंकार सिंह अपनी परिवार की आर्थिक हालात को ठीक करने और पैसे कमाने के लिए विदेश गया था। 30 जुलाई 2019 को हादसे में उसकी टांगें कट गई और उसकी मौत हो गई। ओंकार सिंह गाव नसरीबाद के रहने वाले सुरिंदर सिंह का इकलौता पुत्र था। ओंकार सिंह पर ही परिवार की सारी जिम्मेदारी थी। वह अपनी जिम्मेवारी का निर्वाहन अच्छी तरह से कर सके और अपने माता-पिता को हर सुविधा दे सके, इसके लिए ही विदेश गया था। उसके माता-पिता ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उनका बेटा फिर कभी वापस नहीं लौटेगा।


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