सख्ती के बावजूद जेल में कैदियों से मिल रहे मोबाइल
मॉडर्न जेल में कैदी से मौबाइल बरामद होने का सिलसिला जारी है।
संवाद सहयोगी, कपूरथला : कोरोना संकट की वजह से प्रदेश में लॉकडाउन जारी है। कपूरथला स्थित मॉडर्न जेल में कैदियों से मिलने पर भी रोक लगाई गई है। कोर्ट में भी कैदी और हवालातियों की पेशी नहीं हो रही है। इसके बावजूद भी जेल के अंदर कैदी और हवालातियों से मोबाइल मिलने का सिलसिला लगातार जारी है।
मॉडर्न जेल में सुरक्षा के लिए लगभग 400 पुलिस कर्मचारी तैनात किए गए है। इनमें 40 के करीब पेस्को कर्मचारी तैनात किए गए है। चंद रुपयों की लालच के चलते कथित तौर पर जेल की जेल की कुछ काली भेड़ें मोबाइल व अन्य सामग्री कैदियों तक पहुंचा रहे है। पिछले कई माह से कई कर्मचारी पकड़े भी जा चुके हैं जिनके खिलाफ थाना कोतवाली की पुलिस की ओर से मामला दर्ज किया गया है। रोजाना जेल में सब्जी और दूध की गाड़ियां भी सामान लेकर आती है हो सकता है कि पुलिस की मिलीभगत से उन गाड़ियों द्वारा जेल के अंदर कैदियों व हवालातियों को मोबाइल पहुंचाए जा रहे हैं।
बताते चलें कि मॉडर्न जेल का उद्घाटन प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने साल 2011 में किया गया। शुरूआती दौर में कैदियों की संख्या 1850 से भी कम थी। परंतु कुछ ही माह के बाद कैदियों की संख्या बढ़ती गई। मॉडर्न जेल में केवल 2850 कैदियों में रहने की क्षमता है इसके बावजूद भी जेल में करीब 3200 कैदी व हवालाती बंद है। इनमें कई खुंखार कैदी व गैंगस्टर भी है।
जेल में पुलिस कर्मचारियों की कमी खल रही है। जेल में आत्महत्या व लड़ाई-झगड़े की घटनाओं में भी बढ़ोतरी हो रही है। मोबाइल फोन और नशा बरामदगी आम बात हो गई है। कैदियों के पास मोबाइल फोन पहुंचना एक पहेली बना हुआ है।
जेल सुपरिटेंडेंट बलजीत सिंह घुम्मण का कहना है कि लॉक डाउन के दौरान कैदियों व हवालातियों से की गई तलाशी के दौरान 30 के करीब मोबाइल बरामद किए गए हैं। जेल प्रशासन की ओर से चेकिंग के लिए टीम का गठन किया गया है। टीम के सदस्य लगातार जेल के अंदर तलाशी अभियान चला रही है।