बारिश और तेज हवाओं से खेतों में गिरी फसल
बारिश और हवाओं के कारण खेतों में फसल बिछ गई।
संवाद सहयोगी, कपूरथला : बीते वीरवार रात आरंभ हुई बारिश तीसरे दिन शनिवार को भी जारी रही। आलू उत्पादक किसान इस बार आलू के रेट 1500 रुपये प्रति क्विटल मिलने की वजह से किसान काफी खुश थे। वहीं बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
शनिवार को दिन भर हुई हल्की बारिश व तेज हवाओं ने किसानों की नींद उड़ गई है। तेज हवाओं के कारण गेहूं की लहलहाती फसल खेतों में गिर गई है। शनिवार को शहर का न्यूनतम तापमान 12 व अधिकतम 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
बारिश से आलू की पुटाई का काम देरी से होगा। इसके चलते मक्की, खरबूजा व तरबूज की फसल की बिजाई भी लेट हो होगी। बारिश के कारण अगली फसलों की बिजाई लेट होने से नुकसान होगा। यदि बारिश जारी रही तो आलू की पुटाई करने वाले किसानों को ज्यादा नुकसान उठाना पड़ेगा।
आलू उत्पादक किसान नवनीत सिंह छीना, अवतार सिंह कुदोवाल , ज्ञान सिंह, ने बताया कि यदि आलू खराब होता है, तो उन्हें काफी नुकसान होगा क्योंकि इस बार दाम अच्छे मिल रहे थे। छीना ने कहा कि पिछली बार आलू का रेट 400 से 500 रुपये प्रति क्विटल था जिसके कारण किसानों का अपना लागत का मूल्य भी पूरा नहीं हो रहा था। इस बार रेट 1500 रुपये प्रति क्विटल होने के कारण किसानों को अच्छी उम्मीद जगी थी। बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर रख दिया है।
उन्होंने कहा कि यदि आगामी दिनों में बारिश जारी रही तो गेहूं व आलू की फसल का नुकसान होगा। किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा। खेत में पानी भरने से आलू खराब हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि फसल को बचाने के लिए किसान जेसीबी मशीनों का सहारा लेकर पानी निकालने की कोशिश कर रहे हैं। जेसीबी मालिक भी मजबूरी में किसानों से मनमर्जी के पैसे वसूल रहे हैं। किसान अपनी फसल बचाने के लिए ज्यादा से ज्यादा किराया भरने के लिए मजबूर है।
लगातार हो रही बारिश के कारण किसानों को दिक्कत पेश आ रही है। खेतों में पानी भरने से चारा काटने में परेशानी हो रही है।