आरसीएफ में पार्सल वैन का निर्माण शुरू
रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला में वीरवार से कोच निर्माण का कार्य शुरू गया।
जागरण संवाददाता, कपूरथला : रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला में वीरवार से कोच निर्माण का कार्य शुरू गया। और रेडिका कर्मियों ने पहले दिन पार्सल वैन एवं एलएचबी थ्रड एसी वाले कोचों का निर्माण किया। इस दौरान आरसीएफ के 3744 कर्मचारी तथा अधिकारी सेफ्टी किटों के साथ विभिन्न शिफ्टों में काम पर डटे रहे। भारत सरकार के ग्रह मंत्रालय की तरफ से 15 अप्रैल के जारी दिशा निर्देशों तहत राज्य सरकार द्वारा अनुमति प्रदान करने पर आरसीएफ वर्कशाप में कोच निर्माण का कार्य आरंभ हुआ है। शुरूआती स्तर पर सभी अधिकारियों और आरसीएफ कॉलोनी में रहने वाले स्टाफ को काम के किए बुलाया जा रहा है।
बिना कोई जोखिम उठाए बरती जाने वाली सावधानियों का सभी स्थानों पर पालन किया गया। हर कर्मचारी को मास्क, साबुन तथा हैंड सैनिटी•ार दिए जाने की व्यवस्था की गई। वर्कशॉप की शिफ्टों में गैप रखा गया है और लंच आदि समय को भी आगे पीछे किया गया है ताकि सभी की सुरक्षा यकीनी बनाई जा सके। कर्मचारियों ने शारीरिक दूरी को लेकर पूरी प्रतिबद्धता दिखाई दी। उन्होंने पूरी सावधानी इस्तेमाल करते हुए पूरे उत्साह और निष्ठा के साथ काम किया।
आरसीएफ परिसर में कोरोना के की रोकथाम के उपायों को लेकर बेहतर प्रबंध किए गए हैं। आरसीएफ के जन संपर्क अधिकारी जितेश कुमार अनुसार इस के लिए जगह-जगह पर पोस्टर लगाए गए हैं। मुख्य द्वार पर आरपीएफ और भारत स्काउट एंड गाइड्स थर्मल थर्मामीटर द्वारा जांच की जा रही हैं। आरसीएफ के लाला लाजपत राय हॉस्पिटल में बुखार, खांसी तथा जुकाम के मरीजों के लिए पर्ची का विशेष काउंटर बनाया गया है और उनके उपचार के लिए विशेष स्थान बनाए गए हैं। दवा के लिए भी विशेष काउंटर बनाया गया है। इसके अलावा विशेष आइसोलेशन वार्ड भी बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही आरसीएफ प्रशासन लगातार सिविल प्रशासन कपूरथला और रेलवे बोर्ड नई दिल्ली के साथ भी संपर्क में है।
रेडिका महाप्रबंधक रवीन्द्र गुप्ता अनुसार रेडिका कर्मियों की तरफ से पहले दिन 23 मार्च को लाक डाउन होने की वजह से अधूरे कोचों के निर्माण को पूरा करने का कार्य शुरू किया गया है जिसके बाद नए कोचों का निर्माण शुरू होगा। उन्होंने बताया कि आरसीएफ के कर्मठ कर्मचारी व अधिकारी शारीरिक दूरी एवं सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए भारतीय रेलवे के लिए कोचों का निर्माण करने में जुटे हैं।