्रदो साल से नही मिला गेहूं, प्रदर्शन, डीसी के पास पहुंचा मामला
गरीबी रेखा से नीचे आने वाले लोगों को दो साल से गेंहू न मिलने को लेकर गांव सराय जटटां निवासियों में रोश है।
जागरण संवाददाता, कपूरथला : गरीबी रेखा से नीचे आने वाले लोगों को दो साल से गेंहू न मिलने को लेकर गांव सराय जटटां निवासियों ने पंजाब सरकार व स्थानीय अधिकारियों के खिलाफ रोष व्यक्त किया। लोगों का आरोप है कि मिलीभगत करके गरीबों के हिस्से की कनक खाई जा रही है और अधिकारी उनकी कोई बात सुनने को तैयार नही है। अब यह मामला जिलाधीश डीपीएस खरबंदा के दरबार में पहुंच चुका है और लोगों ने मास्टर गुरदीप सिंह की अगुवाई में डीसी से मुलाकात कर गरीबों को उनके हिस्से की कनक दिलाने में मदद की गुहार लगाई है।
गांव वासियों ने बताया कि आटा दाल स्कीम के तहत उन्हें बीते दिसंबर 2017 से लेकर 30 मार्च 2019 तक किसी भी परिवार को गेहूं नहीं दिया गया है, जिसके चलते उन्हें अपना एवं अपने परिवारों का पालन पोषण करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस स्कीम के तहत उन्हें पिछले करीब दो साल से गेंहू नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार गेहूं न विरतण कर गरीब लोगों के साथ नाइंसाफी कर रही है।
वहीं गांव वासियों ने आरोप लगाया कि जब उनकी ओर से डिपो होल्डर से गेहूं की मांग की जाती है तो डिपो होल्डर उन्हें जबाव देता है कि सरकार की ओर से उन्हें पिछले दो साल से गेहूं का वितरण नहीं किया गया। गांव वासियों ने बताया कि जब उनकी ओर से अधिकारियों से बात की जाती है तो अधिकारी भी उनकी बात को अनसुनी कर देते है और कोई भी तसल्ली बख्श जबाव नहीं दिया जाता। इस मौके पर गांव वासियों ने मुख्यमंत्री पंजाब से मांग की कि पिछले दो साल का बकाया और बीपीएल कार्ड वालों को बिना किसी भेदभाव के गेहूं दिया जाए।
इस अवसर पर मास्टर गुरदेव सिंह एससी विग कपूरथला ने बताया कि अगर सरांय जट्टां के गांव के लोगों को बीते दो साल का अनाज न दिया गया तो जिला प्रशासन के खिलाफ जोरदार संघर्ष किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोगों के साथ हो रही इस धक्केशाही को बंद कर अधिकारियों के खिलाफ बनती कार्रवाई की जाए। इस मौके पर बलविदर सिंह, बलदेव सिंह, मंगल सिंह ,सुरेंद्र सिंह आदि गांव वासी हाजिर थे।
क्या कहते है गांव के सरपंच
वहीं इस संबंध में गांव के सरपंच चरणजीत ढिल्लों ंने कहा कि गांव वासियों की गेहूं न मिलने की समस्या को लेकर उनकी ओर से डीसी एवं एडीसी को विभाग के दो अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दी गई है, जिसमें डीसी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि उनकी समस्या का समाधान जल्द करवाया जाएगा।