खेतीबाड़ी डायरेकटर ने किसानों की आमदन बढ़ाने को सीचेवाल से मांगा सहयोग
खेतीबाड़ी विभाग पंजाब के संयुक्त डायरेक्टर द्वारा वातावरण प्रेमी संत बलबीर सिंह सीचेवाल के साथ बैठक की।
संवाद सहयोगी, सुल्तानपुर लोधी : खेतीबाड़ी विभाग पंजाब के संयुक्त डायरेक्टर द्वारा वातावरण प्रेमी संत बलबीर सिंह सीचेवाल के साथ बैठक कर खेती में किसानों की आमदन बढ़ाने के लिए सहयोग मांगा गया है।
इस अवसर पर संत सीचेवाल की तरफ से संयुक्त खेती के प्रचलन को दोबारा उत्साहित करने का सुझाव दिया ताकि मिलकर खेती करके खेती लागत को कम किया जा सके। किसान ग्रुप बना कर सरकार से विभिन्न सब्सिडी का लाभ भी उठा सकेगे।
कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक (शिक्षा व विस्तार) डॉ. गुरविंदर सिंह खालसा ने पंजाब के किसानों की आय बढ़ाने के लिए पर्यावरणविद पद्मश्री संत बलबीर सिंह सीचेवाल के साथ शनिवार को सुल्तानपुर लोधी में विशेष बैठक की गई। इस दौरान संत सीचेवाल ने कहा कि पंजाब में सामुदायिक खेती को बढ़ावा दिया जाना चाहिए और सरकारी सब्सिडी और कम ब्याज ऋण सीधे किसानों के खातों में पहुंचना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी का लाभ आम किसानों तक नहीं पहुंच रहा है। वह किसानों की आय बढ़ाने के लिए संसाधनों को मजबूत करने के लिए सरकार को हर संभव सहयोग देने के लिए तैयार हैं।
कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. गुरविंदर सिंह ने संत सीचेवाल को किसान उत्पादक संगठन और स्वयं सहायता समूह और आत्मा जैसी सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी।
होशियारपुर में वेई की कारसेवा कर बढ़ाई फसल
संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने कहा कि संघ के सहयोग से पवित्र काली वेई नदी की कार सेवा भी किसानों को बचाने में एक बड़ी मदद साबित हुई है। उन्होंने कहा कि होशियारपुर और कपूरथला जिलों में कम से कम एक लाख एकड़ भूमि बाढ़ से प्रभावित हुई है। होशियारपुर में जलभराव के कारण वेई के आसपास के गांवों की जमीनों पर खेती नहीं हो रही थी। वेई की सफाई के साथ जलभराव समाप्त हो गया और फसलें बढ़ने लगीं। इसी तरह सुल्तानपुर लोधी क्षेत्र में वेई में पानी उपलब्ध नहीं होने के कारण सूखे की स्थिति थी। सीचेवाल मॉडल के माध्यम से गांवों और शहरों के अपशिष्ट जल का उपचार और पुनर्वास किया जा रहा है जिसने किसानों के उर्वरक और भूजल को बचाया है। तालाब का पानी खेती के लिए किया जा रहा प्रयोग
संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने कहा कि सीचेवाल गांव में एक तालाब का पानी कृषि के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। एक समान मॉडल के साथ पंजाब के लगभग पांच गांवों में कृषि के लिए तालाब के पानी का उपयोग किया गया है। उन्होंने खेत में पानी के रिचार्ज, ठोस अपशिष्ट निपटान मशीन, नर्सरी, नानक हट, अवतार रेडियो और अन्य पर्यावरण कार्यों का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उनके साथ कृषि अधिकारी कपूरथला डॉ. गुरदीप सिंह, ब्लॉक टेक्नोलॉजी मैनेजर सुल्तानपुर लोधी यादविंदर सिंह, गुरविंदर सिंह बोपाराय, परमिंदर कुमार, जसपाल सिंह, सुच्चा सिंह मिर्जापुर आदि उपस्थित थे।