पंजाब में नीलाम होंगे 550 प्राइवेट कॉलेज, नोटिस के बावजूद नहीं मिल रहे खरीदार
पंजाब के निजी काॅलेजोें की माली हालत बहुत खराब है। हालत यहां तक पहुंच गई हैं कि 550 निजी काॅलेजों की नीलामी के नोटिस जारी हो गए हैं।
कपूरथला, [हरनेक सिंह जैनपुरी]। प्रदेश के लगभग 860 प्राइवेट कालेज आर्थिक मंदी में घिर चुके हैं। स्टाफ को लंबे समय से वेतन नहीं मिल रहा है। कॉलेजों के बैंक खाते एनपीए हो गए हैं। बैैंक 550 प्राइवेट कॉलेजों की नीलामी संबंधी अखबारों में विज्ञापन देने लगे हैं, लेकिन सरकारी नीतियों के चलते कोई खरीदार भी सामने नहीं आ रहा है। प्रदेश के इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, मेडिकल, पॉलीटेक्निक, आट्र्स आदि कॉलेजों को लगभग तीन साल से डा. बीआर अंबेदकर छात्रवृत्ति का 1313 करोड़ रुपये नहीं मिला हैै।
860 कॉलेज आर्थिक मंदी में घिरे, बैंक खाते हुए एनपीए, -तीन साल से स्कॉलरशिप के 1313 करोड़ रुपये बकाया
पंजाब सरकार ने 327 करोड़ रुपये जारी किया है, लेकिन इतनी राशि से बात बनने वाली नहीं है। कुछ कालेजों से रिकवरी के लिए बैंकों द्वारा अखबारों में नीलामी नोटिस भी निकलवाए जा चुके हैं। कुछ कॉलेजों के स्टाफ को तो एक-एक साल से वेतन नहीं मिल सका है।
इस वजह से लगभग आधा स्टाफ कॉलेज छोड़ चुका है। कई कालेज मालिकों द्वारा अपनी जायदाद व घर गिरवी रखकर लोन से काम चलाने की कोशिश की गई थी। लेकिन तीन साल से स्कॉलरशिप का पैसा जारी न होने से अब वह लोन का ब्याज भी चुकाने में सक्षम नहीं हैं।
दो दर्जन पॉलिटेक्निक कॉलेज बंद
राज्य के करीब दो दर्जन पॉलिटेक्निक कालेज बंद हो चुके हैं। कपूरथला में सर्व हितकारी सोसाइटी दिल्ली दो कॉलेज चलाती है। इन कॉलेजों की रिकवरी के लिए बैंक की ओर से अखबार में दो बार नोटिस निकाला जा चुका है, लेकिन कोई खरीददार ही नही है। इस सोसाइटी ने सरकार से स्कॉलरशिप का सवा चार करोड़ रुपये लेना है।
550 कॉलेजों को नीलामी का नोटिस : सेखड़ी
कन्फेडरेशन ऑफ पंजाब अनएडेड इस्टीट्यूट के चेयरमैन व पूर्व मंत्री अश्वनी सेखड़ी ने बताया कि कुल मिलाकर सभी कालेज परीक्षा फीस, कंटीन्यूशन फीस, काउंसलिंग व एफीलेशन फीस के तौर पर 1000 करोड़ रुपये पंजाब सरकार को टैक्स देते हैं। लेकिन सरकार की तरफ से स्कॉलरशिप का 1313 करोड़ रुपये न दिए जाने से कालेज बंद होने की कगार पर पहुंच चुके हैं। 550 कालेजों को नीलामी के नोटिस जारी हो चुके हैं। महासचिव विपन शर्मा ने बताया कि सरकार ने 327 करोड़ रुपये जारी किया है लेकिन वह भी सभी कालेजों को नहीं मिल सका है। एक तो स्कॉलरशिप का पैसा नहीं मिल रहा और दूसरे कॉलेजों में विद्यार्थी भी नहीं आ रहे हैं।
55 फीसद सीटें खाली
सेक्शन अथारिटी एआइसीटी का कहना है कि पंजाब के कॉलेजों में सिर्फ 45 फीसद सीटें ही भरी हैं। इनमें बीस फीसद जनरल और 25 फीसद एससी विद्यार्थी हैं। 55 फीसद सीटें खाली होने से भी दिक्कत बढ़ गई है।
चन्नी ने समाज कल्याण विभाग के पाले में डाली गेंद
कॉलेजों को स्कॉलरशिप की राश्ाि न मिलने के बारे में तकनीकी शिक्षा मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी ने सीधे तौर पर कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने गेंद समाज कल्याण विभाग के पाले में डाल दिया। उन्होंने कहा कि इस बारे में समाज कल्याण विभाग ही बता सकता है कि स्काॅलरशिप की राशि क्यों नहीं मिल रही है।