शिअद छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए 24 परिवार
गांव फरीद सराए से शिरोमणि अकाली दल छोड़ कर करीब दो दर्जन परिवार कांग्रेस में शामिल हुए।
संवाद सहयोगी, सुल्तानपुर लोधी : प्रदेश में अकाली दल के गिर रहे ग्राफ से यह स्पष्ट हो चुका है कि 2022 की विधानसभा मतदान से पहले ही इसका दबदबा खत्म हो जाएगा। यह बात विधायक नवतेज सिंह चीमा ने वीरवार को गांव फरीद सराए से कांग्रेस नेता तारा सिंह टैनी की प्रेरणा से शिरोमणि अकाली दल छोड़ कर करीब दो दर्जन परिवारों को कांग्रेस में शामिल करने के दौरान कही। कांग्रेस में शामिल होने वाले परिवारों में हरमेश कुमार मेशी, बलविन्दर सिंह बिल्ला कमल, राकेश कुमार, तेजिन्दर कुमार, दलबीर सिंह, अवतार सिंह, जतिन्दर सिंह, हरजिन्दर सिंह, सुरिन्दर सिंह, सुरिन्दर कुमार, अनोख कुमार, गुरविन्दर सिंह, बलविन्दर सिंह काला, भोला सिंह, जसबीर सिंह, गुरमेल सिंह, जिन्दर, बलदेव सिंह, संतोख सिंह, हरपिन्दर सिंह, कुलविन्दर आदि शामिल है। चीमा ने कहा कि आज अकाली दल के पतन का मुख्य कारण बादल परिवार की तरफ से की की जा रही तानाशाही है। इसके चलते ब्रह्मपुरा और ढींडसा जैसे टकसाली नेता पार्टी छोड़ने को मजबूर हुए हैं। अकाली दल के लगातार होते जा रहे खाली दल को देख कर अब इसकी हिस्सेदार पार्टी भाजपा भी इससे किनारा करने के मूड में है जिसके कारण उसकी तरफ से किसी सिख चेहरा तलाश करने की अनुमान लग रहे हैं। अकाली दल छोड़ कर कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए वर्करों और नेताओं को भरोसा दिलवाया कि उन्हें कांग्रेस में बनता सम्मान दिया जाएगा। पार्टी हमेशा उनके दुख सुख में साथ देगी। चीमा ने पार्टी वर्करों और नेताओं को अब से ही कांग्रेस पार्टी की तरफ से किये गए विकास बारे प्रचार करने की अपील की जिससे अकाली दल की तरफ से किये जा रहे झूठे प्रचार का जवाब दिया जा सके। इस मौके पर सरपंच गुरमेज सिंह ढिल्लों डेरा सैयदा, समुंदर सिंह ढिल्लों,सरपंच गुरविंदर सिंह मीरे, रवीन्द्र रवि पीए, कुलबीर सिंह मीरे, इन्द्रजीत सिंह लिफ्टर, बलजिन्दर सिंह आदि उपस्थित थे।