सावधान! कहीं Pubg game खेलते-खेलते आपका बच्चा भी न हो जाए Depression का शिकार, पढ़ लें यह खबर
ऑनलाइन गेम पबजी की लत का शिकार हुआ सुल्तानपुर लोधी का 21 वर्षीय रोहित डिप्रेशन में चला गया है। उसे इस हद तक गेम की लत लग चुकी है कि वह अस्पताल में भी मोबाइल मांग रहा है।
कपूरथला [नरेश कद]। ऑनलाइन गेम पबजी की लत का शिकार हुआ सुल्तानपुर लोधी का 21 वर्षीय रोहित डिप्रेशन में चला गया है। परिजनों ने उसे उपचार के लिए सिविल अस्पताल में दाखिल करवा दिया, लेकिन रोहित को इस हद तक गेम की लत लग चुकी है कि वह अस्पताल में भी मोबाइल मांग रहा है।
रोहित पूरी रात पबजी खेलता रहता था। डिनर कर रोज घर की छत पर चढ़ जाता था और पबजी खेलता रहता था। कई बार खेलते-खेलते छत पर ही सो जाता था। फिलहाल उसकी हालत में थोड़ा सुधार आया है, लेकिन कुछ दिन मनोचिकित्सक की निगरानी में उसका इलाज चलेगा। दसवीं फेल रोहित मोटर मकैनिक का काम करता है। छह महीने में गेम की वजह से हालत काफी खराब हो चुकी है। पिता गुरदीप सिंह पेंटर हैं और इस खेल से पूरी तरह अनजान हैं।
तीन साल पहले बड़ी बहन ने दिया था स्मार्ट फोन
रोहित को उसकी बड़ी बहन ने तीन साल पहले स्मार्ट फोन लेकर दिया था, जो धीर- धीरे उसे बर्बादी की ओर ले गया। सिविल अस्पताल में उपचाराधीन रोहित से जब पबजी खेलने के बारे में पूछा तो उसने उत्सुकता दिखाई। उसने कहा कि मोबाइल दो वह अभी खेलने को तैयार है। इकलौते बेटे रोहित के पिता गुरदीप सिंह बेटे की हालत से बेहद परेशान हैं। परिवार पूरी कोशिश कर रहा है कि लड़के को मोबाइल से दूर रखा जाए। उसकी हालत में कोई खास तबदीली नहीं आई है। मोबाइल परिवार के लिए अभिशाप बन गया है।
सिर में दर्द होता तो दवा खाकर फिर खेलने लग जाता..
रोहित 15 दिन से सिर दर्द की शिकायत कर रहा था, लेकिन उसने पबजी खेलना नही छोड़ा। लगातार सिर दर्द की दवा खाकर गेम खेलताचला गया। इसकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ, तो घर वालों ने इसे सुल्तानपुर लोधी के सिविल अस्पतालमें दाखिल करवाया, यहा जांच के बाद पता चला कि इसके दिमाग में सूजन है। इसके पश्चात उसे सिविल अस्पताल कपूरथला रेफर कर दिया, जहां पर मनोचिकित्सक डॉ. संदीप भोला की निगरानी में इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि रोहित की हालत सुधरने में अभी काफी वक्त लगेगा।
क्या है पबजी गेम
यह एक ऑनलाइन गेम है, जिसमें 100 खिलाड़ी एक विमान से एक बड़े टापू पर छलांग लगाते हैं। यहां हथियार ढूंढकर वे एक-दूसरे को मारना शुरू कर देते हैं। खिलाड़ी चार लोगों का समूह भी बना सकते हैं। हर खिलाड़ी का अंतिम लक्ष्य जिंदा बचे रहना है। इसे खेलने का कोई खास नियम नहीं है। बच्चों को इसकी लत तब तक नहीं लगती जब तक वे इसे केवल मनोरंजन के लिए खेलते हैं, लेकिन जब वे बच्चे लेवल के लिए खेलना शुरू करते हैं, तो उन्हें इसकी लत लग जाती है। उन्हें चिंता रहती है कि कहीं उनका लेवल न घट जाए, इसलिए वे इसे पूरा दिन खेलने लग जाते हैं।
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