'यूथ अवेकनिंग वर्कशॉप' में अध्यात्म के साथ जागृति की लहर की प्रेरणा
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान व युवा परिवार सेवा समिति की तरफ से स्वामी विवेकानंद जयंती पर संस्थान के अमृतसर बाइपास रोड स्थित आश्रम में यूथ अवा¨कग वर्कशॉप लगाई गई।
जागरण संवाददाता, जालंधर : एक तरफ धार्मिक संगीत की स्वरलहरियों के साथ अध्यात्मिक माहौल बना हुआ था तो वहीं दूसरी तरफ सामाजिक दायित्व को लेकर यूथ में जागृति लाने का प्रयास जारी था। मंच पर एक के बाद एक यूथ द्वारा दी जा रही प्रस्तुति से यूथ का उत्साह देखते ही बनता था। मौका था दिव्य ज्योति जागृति संस्थान व युवा परिवार सेवा समिति की तरफ से स्वामी विवेकानंद जयंती पर संस्थान के अमृतसर बाइपास रोड स्थित आश्रम में आयोजित 'यूथ अवेकनिंग वर्कशॉप' का।
इस दौरान सैकड़ों युवाओं ने स्वामी विवेकानंद के जीवन को खास प्रस्तुति देकर चरितार्थ किया। इस मौके युवाओं ने स्वामी विवेकानन्द के जीवन व चरित्र से जुड़े रहस्यों व विचारों को संगीतमय अंदाज में प्रस्तुत किया। समारोह का आगाज स्वामी सज्जनानंद ने सभी का अभिवादन करके किया। इसके बाद संस्थान के म्यूजिकल बैंड ने प्रस्तुति दी। उसमें 'अब नया रक्त लेकर उत्साह चल पड़ा है, हाथ थाम युग पुरूष का ये कारवां चल पड़ा है', 'अपराधों के अब हम सब मिलकर गढ़ तोड़ेंगे, युग सेनानी इस समाज का न पतन सहेंगें' और 'हम संस्कृति के लिए विवेकानंद स्वयं बन जाएंगे' सहित उर्जावान प्रस्तुति दी।
इस मौके संगठन मंत्री, युवा परिवार सेवा समिति डॉ. राजबीर ने कहा कि देश को महाशक्ति बनाने के लिए युवाओं को अध्यात्म से जुड़ना होगा। कुलविंदर सिंह ने बताया कि स्वामी विवेकानंद ने ध्यान की गहन अवस्था में जाकर अपने मन को नियंत्रित किया था। इसी ध्यान को जीवन में अपनाने की जरूरत है। संस्थान के साध्वी उर्मिला भारती ने समारोह में सहयोग देने वालों का आभार जताते हुए स्वामी विवेकानंद के चरित्र को जीवन में अपनाने की अपील की। समारोह में सभी ने स्वामी विवेकानंद के जीवन पर चलने की शपथ ली।