Move to Jagran APP

अवैध संबंधों के लिए भाभी ने प्रेमी संग मिलकर की देवर की हत्या

देवर को भाभी के अवैध संबंधों का पता चला तो भाभी ने अपने आशिक के साथ मिलकर देवर की हत्या कर दी। भाभी व उसके आशिक को एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Mon, 14 Aug 2017 01:48 PM (IST)Updated: Tue, 15 Aug 2017 04:49 PM (IST)
अवैध संबंधों के लिए भाभी ने प्रेमी संग मिलकर की देवर की हत्या
अवैध संबंधों के लिए भाभी ने प्रेमी संग मिलकर की देवर की हत्या

जेएनएन, जालंधर। खुरलापुर में अवैध संबंधों में रोड़ा बने देवर को आशिक के साथ मौते के घाट उतारने वाली महिला और उसके आशिक को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर एक दिन का रिमांड लिया गया है। आशिक के भाइयों की तलाश में महितपुर पुलिस ने कई जगहों पर छापेमारी की है।

loksabha election banner

केस में आरोपी किरनजोत कौर और उसके आशिक राकेश कुमार केशी को सजा दिलाना पुलिस के लिए चुनौती बन गया है। दोनों को पुलिस ने तब गिरफ्तार किया था जब किरनजोत के ससुर ने उसकी अलमारी में बेटे हरविंदर उर्फ काका की खून से सनी शर्ट बरामद की थी।

यह भी पढ़ें: एनआरआइ पति अचानक घर पहुंचा तो देखा... आशिक संग रंगरलियां मना रही थी पत्नी

शुरुआती पूछताछ में किरनजोत बहानेबाजी करती रही, लेकिन जब सख्ती से पूछताछ हुई तो वह टूट गई और हत्या कबूल कर ली। किरनजोत ने शर्ट के बारे में बताया कि जब उसका आशिक और उसके भाई काका का गला दबा रहे थे तो उसने खून की उल्टियां कर दी थीं। जिसे पोछने के लिए ही उसने उसकी शर्ट का इस्तेमाल किया था। वहीं छिपाने के लिए उसने अलमारी में रख दी थी। इसके बाद उसे वहां से हटाना भूल गई।

यह भी पढ़ें: कंपाउंडर की बहन को हवस का शिकार बनाता रहा डॉक्टर, गर्भवती हुई तो हुआ खुलासा

मामले में पुलिस ने उसे और उसके आशिक को केवल कबूलनामे के आधार पर गिरफ्तार किया है। क्योंकि काका की हत्या के बाद घरवालों ने उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया और अस्थि विसर्जन भी कर दिया। पुलिस के पास अब सबूत के लिए केवल कबूलनामे के अलावा हत्या साबित करने वाला साक्ष्य नहीं है।

यह भी पढ़ें: जगराते में आई दो बहनों को उठा ले गए युवक, बनाया हवस का शिकार

जानकार बताते हैं कि कोर्ट में सुनवाई के दौरान दोनों कबूलनामे से मुकर भी सकते हैं, जिसके बाद पुलिस की परेशानी बढ़ सकती है। हालांकि केस की जांच कर रहे एएसआइ गुरविंदर ने कहा कि वे अंतिम स्तर तक जांच और साक्ष्य जुटाएंगे। उन्होंने बताया कि बाकी आशिक राकेश के भाई लवप्रीत उर्फ मंगा और गुरप्रीत सिंह लाडी को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी है। पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर सकी है।

यह भी पढ़ेंः पति की गैरमौजूदगी में आता था महिला का आशिक, झगड़ा हुआ तो उठा लिया बच्चा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.