हेलो जी! मेरी राइफल चोरी हो गई, थानेदार गल नईं सुण रेहा...आयोग के एप पर आ रहीं अजब शिकायतें
चुनाव आयोग के सी-विजिल एप अजीबोगरीब शिकायतें आ रही हैं। कोई बैंक में मुलाजिम नदारद होने की शिकायत कर रहा है तो कोई मोहल्ले में अतिक्रमण हटवाने की गुहार लगा रहा है।
जालंधर, [मनीष शर्मा]। हेलो जी, चुनाव आयोग वाले बोल रहे हो। मैं फिरोजपुर तों अवतार सिंह बोल रेहा हां। मेरी राइफल चोरी हो गई ए। पुलिस कोई सुनवाई नहीं कर रही। एसएचओ ने गल सुनण तो भी मना कर दित्ता ए। मेरी राइफल नाल कोई किसे नूं मार देवेगा जां मैनूं की मार देवेगा। बेनती ए कि पुलिस वालेयां नूं कहो कि मेरी गल सुनण ते राइफल लभ के देण। ऐसी ही कई शिकायतें जिनका चुनाव आचार संहिता से कोई संबंध नहीं है। चुनाव आयोग की ओर से लॉन्च की गई सी-विजिल एप पर आ रही हैं। ऐसी शिकायतें मिलने से अधिकारी खासे परेशान हो रहे हैं।
बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने पर लोग आसानी से शिकायत कर सकें, इसके लिए चुनाव आयोग ने सी-विजिल मोबाइल एप बनाया था। इस पर अजीबोगरीब शिकायतें आ रही हैं, जिनका चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है।
29 शिकायतों में से मात्र 12 ही चुनाव से संबंधित
दस मार्च को चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद 13 मार्च को यह एप शिकायतों के लिए चालू कर दिया गया था। उसमें बाद एप पर सोमवार तक 29 शिकायतें आईं थी। जिसमें से सिर्फ 12 ही काम की निकलीं। यह शहर में पोस्टर-बैनर लगे होने और आटा-दाल स्कीम के फॉर्म भरे जाने की थीं। इन पर फील्ड सर्वे टीम की तरफ से कार्रवाई की गई।
कैसी-कैसी शिकायतें
बैंक वालों पर लें एक्शनः फिल्लौर से एक महिला ने बैंक की फोटो डाली और शिकायत की कि लंच टाइम के बहाने बैंक बंद कर दिया गया है। यहां कोई मुलाजिम मौजूद नहीं है।
अतिक्रमण बहुत हैः शहर से कुछ शिकायतें एन्क्रोचमेंट को लेकर पहुंची हैं। इसमें दुकानों के आगे सामान रखने या रेहड़ी-फड़ी लगने की शिकायत की गई है।
- कुछ के पते नहीं मिले कुछ शिकायतें ऐसी थीं, जिनके मौके पर पहुंचने पर उसमें दिया पता ही नहीं मिला। चुनाव आयोग की टीम कई घंटे तक तलाशती रही और फिर लौट आई।
- कुछ ने सड़क, बूट की फोटो भेज दी कुछ ऐसी भी शिकायतें आई, जो सिर्फ एप की टेस्टिंग के लिए भेजी गईं। इनमें सड़क, बूट, टेबल जैसी फोटो खींचकर शिकायत के तौर पर सी-विजिल एप में डाउनलोड कर दी गईं।
जानें सी-विजिल एप को
चुनाव आयोग ने आचार संहिता के उल्लंघन से जुड़ी शिकायतों पर कार्रवाई के लिए सी-विजिल एप बनाया है। इस एप से लोग फोटो या वीडियो बना शिकायत भेज सकते हैं। शिकायत देते वक्त मोबाइल नंबर के जरिए वो अपनी पहचान बता सकते हैं या फिर गुप्त तरीके से भी शिकायत दे सकते हैं। हालांकि गुप्त शिकायत पर कार्रवाई क्या हुई? इसके बारे में शिकायतकर्ता को कोई अपडेट नहीं मिलेगा। अगर पहचान बताई तो सौ मिनट के भीतर कार्रवाई कर आयोग उसका जवाब भी भेजेगा। यह एप जीपीएस से भी जोड़ा गया है, जिसमें मोबाइल की लोकेशन ऑन करते ही शिकायत के साथ लोकेशन खुद ब खुद अपडेट होकर चली जाएगी।