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समाज की परवाह किए बिना महिलाएं अपने पैशन को समझें, उसे जानें और आगे बढ़ें

देश की जानी-मानी लेखिका किरण मनराल का मानना है कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए महिलाएं सबसे पहले अपने पैशन को समझें। उसे जानें और फिर आगे बढ़ें।

By JagranEdited By: Published: Wed, 25 May 2022 10:16 PM (IST)Updated: Wed, 25 May 2022 10:16 PM (IST)
समाज की परवाह किए बिना महिलाएं अपने पैशन को समझें, उसे जानें और आगे बढ़ें
समाज की परवाह किए बिना महिलाएं अपने पैशन को समझें, उसे जानें और आगे बढ़ें

जागरण संवाददाता, जालंधर : देश की जानी-मानी लेखिका किरण मनराल का मानना है कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए महिलाएं सबसे पहले अपने पैशन को समझें। उसे जानें और फिर आगे बढ़ें। समाज क्या कहता है वे इसकी परवाह न करें। अपने पैशन को सफलता के मुकाम पर पहुंचाकर सभी पर अपना प्रभाव छोड़ें। वह बुधवार को जालंधर के होटल रेडिसन में करवाए इंटरेक्टिव सेशन 'द राइट सर्कल' में पहुंची थी। महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए यह सेशन 'प्रभा खेतान फाउंडेशन' ने 'अहसास वूमेन जालंधर' और 'दैनिक जागरण' के सहयोग से करवाया, जिसमें लेखिका ने अपनी किताब 'राइजिग 30 वूमेन हू चेंजड इंडिया' को लिखने के उद्देश्यों के बारे में चर्चा की।

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इस सेशन में अहसास वूमेन आफ जालंधर से रूही सयाल ने लेखिका किरण से उनके संघर्षमयी जीवन व लाइफस्टाइल के बारे में बात की। कवयित्री, ब्लागर व पत्रकार रह चुकीं लेखिका मनराल ने कहा कि उनकी इस किताब में 30 समकालीन भारतीय महिलाओं की कहानियां हैं, जिन्होंने अपने पैशन को सबसे आगे रखा और समाज की बातों पर ध्यान नहीं दिया। इन विशेष 30 महिलाओं ने उन सभी सीमाओं को तोड़ा जो उन्हें समाज या परिस्थिति के माध्यम से सीमित करने की कोशिश करती थीं। इन सभी ने जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना किया और मुकाम हासिल कर अपनी पहचान से सभी पर प्रभाव डाला। उन्होंने बताया कि इन 30 महिलाओं में सबसे ज्यादा अनीता देसाई ने उनको बहुत प्रभावित किया। लेखिका ने बताया कि किस तरह उन्होंने अपने परिवारिक जीवन व व्यस्तता के बीच लिखने के लिए समय निकाला और विषम परिस्थितियों का सामना किया। जालंधर में रेडिसन होटल के साथ मिलकर पहला कार्यक्रम करवाया

सेशन के अंतिम क्षणों में होटल रेडिसन की मालकिन दिव्या कपूर सरदाना ने कहा कि वे प्रभा खेतान फाउंडेशन की आभारी हैं जिन्होंने जालंधर में अपना पहला इवेंट उनके साथ मिलकर करवाया। उन्होंने बताया कि फाउंडेशन की तरफ से देश के कोने-कोने से लेखिकाओं की तलाश कर उनकी किताबों को प्रमोट किया जाता है और और उनसे बाकी महिलाओं को रूबरू करवाकर कुछ न कुछ सिखाने का प्रयास किया जाता रहा है। इस कार्यक्रम के लिए उन्होंने फाउंडेशन के सभी सदस्यों और अहसास वूमेंस की रूही वालिया का भी आभार व्यक्त किया। देशभर में कल्चर, लिटरेचर व आर्ट को प्रमोट करती है फाउंडेशन

रुही वालिया सयाल ने बताया कि प्रभा खेतान फाउंडेशन कोलकाता बेस्ड है। यह देशभर में कल्चर, लिटरेचर और आर्ट को प्रमोट करती है। फाउंडेशन का उद्देश्य ही महिला सशक्तीकरण को प्रोत्साहित करना है। इसी उद्देश्य को मुख्य रखते हुए देश के प्रत्येक राज्य, जिलों सहित विदेश में अहसास वूमेन का गठन किया गया है। जालंधर की अहसास वूमेन में उनके साथ सिमरन और सोनिया अग्रवाल भी रहीं। इससे पहले चंडीगढ़ व लुधियाना में इवेंट करवाया जा चुका है जबकि वीरवार को अमृतसर में होना है।


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