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विश्व कप विजेता टीम का खिलाड़ी तेजिंदर जालंधर के सरकारी स्कूल में कर रहा चपरासी की नौकरी

वर्ष 2014 में साउथ अफ्रीका में हुए विश्व कप में भारतीय टीम के फाइनल मैच में तेजिंदर ने पाकिस्तान के खिलाफ 90 रनों का योगदान दिया था। लेकिन आज वह राज्य सरकार की बेरुखी का शिकार हो रहे हैं जिसका उन्होंने दुख जाहिर किया है।

By Vikas_KumarEdited By: Published: Tue, 27 Oct 2020 01:44 PM (IST)Updated: Tue, 27 Oct 2020 01:44 PM (IST)
विश्व कप विजेता टीम का खिलाड़ी तेजिंदर जालंधर के सरकारी स्कूल में कर रहा चपरासी की नौकरी
तेजिंदर पाल सिंह मात्र पंजाब के खिलाड़ी हैं जो भारतीय ब्लाइंड क्रिकेट टीम के हिस्सा हैं। (फाइल फोटो)

जालंधर, [कमल किशोर]। जीवन में कुछ कर दिखाने के जुनून के साथ मेहनत की और मुकाम भी हासिल किया लेकिन उसका फल का मिलें, तो निराशा होती है। जी हां, हम बात कर रहे है पंजाब क्रिकेट ब्लाइंड टीम के खिलाड़ी तेजिंदर की। तेजिंदर पाल सिंह मात्र पंजाब के खिलाड़ी हैं जो भारतीय ब्लाइंड क्रिकेट टीम के हिस्सा हैं। तेजिंदर टीम में एक आलराउंडर की भूमिका में रहते हैं।

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वर्ष 2014 में साउथ अफ्रीका में हुए विश्व कप में भारतीय टीम का फाइनल मैच पाकिस्तान के साथ हुआ था। मैच में तेजिंदर ने 45 गेंदों में 90 रनों का योगदान दिया था। वर्ष 2015 में इंडिया व इंग्लैंड की तीन दिवसीय सीरीज में चार विकेट हासिल किए थे। राष्ट्रीय, राज्य व जिला स्तरीय क्रिकेट टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन कर चुके हैं। तेजिंदर सिंह राज्य सरकार से नाराज है। देश को विश्व कप जिताने के बाद भी स्पोर्ट्स कोटे में नौकरी नहीं मिली। बल्कि हैंडीकैप के तौर पर सरकारी नौकरी मिली है। विश्व कप विजेता टीम का खिलाड़ी तेजिंदर इन दिनों पीएपी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में चपरासी की नौकरी कर रहे है।

छठी कक्षा में चली गई थी आंखों की रोशनी

तेजिंदर बताते है कि नवांशहर में घूमने के लिए गए थे। छठी कक्षा में पढ़ते थे। पानी में गिर गए थे। डाक्टर ने आंखों में दवाई डालने के लिए दी थी। दवाई रिएक्शन कर गई। धीरे-धीरे आंखों की रोशनी जाती गई। पारिवारिक सदस्यों ने इलाज भी करवाया व आपरेशन भी करवाए लेकिन आंखों की रोशनी नहीं आई।

नहीं मिली स्पोर्ट्स कोटे में नौकरी व कैश पुरस्कार

क्रिकेटर तेजिंदर पाल सिंह ने कहा कि बचपन से क्रिकेट खेलने में रुचि थी। जिले, राज्य व राष्ट्रीय स्तर की ब्लाइंड टीम में शामिल होकर शानदार प्रदर्शन कर भारतीय टीम में जगह बनाई। फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया। राज्य सरकार ने ना ही कैश प्राइज से सम्मानित किया और ना ही स्पोर्ट्स कोट पर नौकरी दी। हैंडीकैप के कोटे पर सरकार ने स्कूल में क्लास फोर (चपरासी) की नौकरी दी।

 

देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की थी तारीफ

विश्व कप जीतने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्लाइंड टीम को बधाई दी थी। हर टीम के सदस्य के साथ व्यक्तिगत बात भी की। मोदी ने कहा कि टीम ने विश्व कप जीतकर देश का नाम रोशन किया है। भविष्य में टीम ओर बेहतर प्रदर्शन करेगी।


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