डुप्लीकेट डीएल व रिन्युअल का काम मेन आरटीए ऑफिस में होगा शिफ्ट
रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी में कामकाज का सिस्टम सुधारने व भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए ड्राइ¨वग टेस्ट ट्रैक से डुप्लीकेट ड्राइ¨वग लाइसेंस व डीएल रिन्युअल का कामकाज समेटकर आरटीए के मेन दफ्तर में शिफ्ट करने की तैयारी कर ली गई है।
सत्येन ओझा, जालंधर : रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी में कामकाज का सिस्टम सुधारने व भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए ड्राइ¨वग टेस्ट ट्रैक से डुप्लीकेट ड्राइ¨वग लाइसेंस व डीएल रिन्युअल का कामकाज समेटकर आरटीए के मेन दफ्तर में शिफ्ट करने की तैयारी कर ली गई है। फीस काउंटर भी मेन दफ्तर में ही शिफ्ट होगा। जिससे हर रोज ऑटोमेटिड ड्राइ¨वग टेस्ट ट्रैक पर धूप में लाइन में लगने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। साथ ही कामकाज सचिव आरटीए की सीधी नजर में रहेगा। ट्रैक पर सिर्फ ड्राइ¨वग टेस्ट का ही काम होगा। मुलाजिमों की गंभीर समस्या से जूझ रहे विभाग में कामकाज सुधारने के लिए ये कदम उठाया गया है। अभी क्या है स्थिति
परमानेंट ड्राइ¨वग व लर्निंग लाइसेंस के लिए बने ट्रैक पर डीएल से संबंधित सभी काम शिफ्ट कर दिया था। जिससे वहां कार्यरत स्मार्ट चिप कंपनी के मुलाजिमों की मनमानी बढ़ गई थी। आरटीए के एक मात्र मुलाजिम सीनियर सहायक जस¨वदर ¨सह ही हैं। सहायक ट्रांसपोर्ट अधिकारी ही बैठते हैं लेकिन फील्ड में वाहनों की चे¨कग आदि के समय वे भी ट्रैक पर समय नहीं दे पाते हैं। यही वजह है कि पिछले दो सालों में ट्रैक पर कई बड़े घपले सामने आ चुके हैं। सचिव के रूप में पदभार संभालने के बाद व¨रदर ¨सह बाजवा ने ट्रैक के कामकाज के सिस्टम को ही बदलने की पूरी योजना तैयार कर ली है, जिससे तहत ट्रैक पर अब सिर्फ ड्राइ¨वग टे¨स्टग का ही काम होगा, जिससे ट्रैक का काम काफी ज्यादा कम हो जाएगा। सचिव व¨रदर ¨सह बाजवा का कहना है कि इससे विभाग में स्टाफ की कमी की समस्या को भी काफी हद तक दूर होगी। ऑनलाइन सिस्टम को भी पूरी तरह एक्टिव किया जाएगा, ताकि मुलाजिमों पर निर्भरता कम से कम हो। ये परिवर्तन 28 मई को शाहकोट उप चुनाव की छुट्टी होने के कारण 29 मई से दिखाई देने लगेगा। बॉक्स-
डीलर आईडी को लेकर समस्या बरकरार
वाहन डीलरों को आरटीए ने वाहनों की रजिस्ट्रेशन की ट्रे¨नग शुरू दी है। शहर में कुल 65 वाहन डीलर हैं, जिनमें से लगभग आधी संख्या में विभाग के मास्टर ट्रेनर जस¨वदर ¨सह ने ट्रे¨नग दी कि किस प्रकार से वे खुद वाहनों का रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे। आरसी की ¨प्रट आरटीए से जारी होगा। हालांकि पहले ही दिन डीलर्स ने आईडी की समस्या रखी। समस्याएं रखीं। फोक्स बैगन व होंडा के डीलर एक ही हैं। उन्हें फोक्स बैगन की डीलरशिप की आईडी बनाकर तो दे दी, लेकिन होंडा की नहीं मिली है, जबकि डीलर भले ही एक हैं,लेकिन कंपनियां अलग है। यही समस्या लवली ऑटो व लवली नेक्सा डीलर की है। ट्रे¨नग के लिए पहुंचे डीलर्स अभय चड्ढा, अभिषेक, ओंकार ¨सह, तरुण शर्मा का कहना है कि डीलर आई न मिलने से 20 दिन से ठप आरसी के काम के चलते क्लाइंटेज खराब हो रहे है। आरसी न होने के कारण पंजाब से बाहर नए वाहनों के चालान हो रहे हैं, क्योंकि डीलर आईडी न बनने से टेंपरेरी नंबर भी नहीं जारी कर पा रहे हैं। वर्जन
एनआईसी से आईडी पास होनी है, इस संबंध मे आज चंडीगढ़ बैठक हुई है, सचिव आरटीए ने इस बिन्दु को रखा था। जल्द ही सभी डीलर की आईडी तैयार हो जाएगी।
- जस¨वदर ¨सह, मास्टर ट्रेनर न्यू सॉफ्टवेयर वाहन-4