मां के थे किसी और से संबंध, बेटी ने पिता से शिकायत की तो मां ने प्रेमी संग कर दिया कमरे में बंद
किशोरी ने बताया कि मां का प्रेमी कृष्णा उसकी बांह पकड़कर खींचते हुए कोठी में ले गया। अंदर उसने छेड़छाड़ शुरू की और कपड़े उतारने लगा। इसी बीच वह उसके मुंह पर कटोरी मार भाग निकली।
जेएनएन, करतारपुर। बेटी ने दुबई रहते पिता को फोन करके मां की बदचलनी की शिकायत की तो गुस्साई मां ने पेट दर्द के इलाज के लिए डॉक्टर के पास ले जाने के बहाने 13 साल की बेटी के पास ले गई। आरोपित आशिक ने बंद कमरे में जैसे ही उससे छेड़छाड़ शुरू की तो किशोरी ने वहां पड़ी कटोरी उसके मुंह पर दे मारी और भाग निकली। इसके बाद उसने अपने पिता को पूरी घटना बताई। पिता ने दुबई से लौटकर करतारपुर पुलिस को इसकी शिकायत दी है। पुलिस ने आरोपित मां नीलम और युवक कृष्णा के खिलाफ केस दर्ज कर नीलम को हिरासत में ले लिया है। बच्ची का मेडिकल भी कराया जा रहा है।
पुलिस को दिए बयान में आठवीं में पढऩे वाली 13 साल की किशोरी ने बताया कि उसके पिता दो साल से दोहा (कतर) में हैं। मां नीलम के कई गैर मर्दों से नाजायज संबंध हैं। उसने मां की सारी करतूत पिता को फोन पर बताई। इसका पता चला तो मां ने पिटाई की और और झगड़ा करने लगी।
तीन अप्रैल को उसके पेट में दर्द हुआ। उसने मां को बताया तो मां बोली कि वह स्कूल चली जाए। स्कूल से लौटने के बाद डॉक्टर को दिखा देगी। दोपहर एक बजे मां स्कूल पहुंची और दवा दिलाने के बहाने साथ ले गई। जैसे ही वो सिविल अस्पताल करतारपुर के गेट के आगे पहुंचे तो वहां कृष्णा नामक लड़का मोटरसाइकिल लेकर खड़ा था।
मां ने उसे जबरन मोटरसाइकिल पर बिठा दिया और खुद भी पीछे बैठ गई। इसके बाद वो उसे काहलवां रोड पर बनी एक कालोनी की बंद पड़ी कोठी में ले गया। मां ने गेट खोला और कृष्णा उसकी बांह पकड़कर खींचते हुए कोठी में ले गया। अंदर ले जाकर उसने छेड़छाड़ शुरू कर दी और कपड़े उतारने की कोशिश करने लगा। उसने विरोध किया और वहां पड़ी कटोरी उठाकर उसे मुंह पर मारी और भाग गई। उस वक्त मां कोठी के पीछे खड़ी थी। वहां से भागकर वो स्कूल पहुंची।
विदेश से लौटकर पिता ने दी शिकायत
पांच अप्रैल को उसका पिता विदेश से वापस लौटा। पिता ने मां से पूछताछ की तो वो घर से कहीं चली गई। जिसके बाद बाकी रिश्तेदारों को साथ लेकर उन्होंने पुलिस को शिकायत कर दी। मामले में सबइंस्पेक्टर सीमा ने कहा कि अभी मामले की जांच की जा रही है, उसके बाद ही आगे कुछ कहा जा सकता है।