डाक्टर-मरीज के रिश्तों की डोर करेंगे मजबूत : डा. ललवानी
जालंधर में डा. लालवानी ने कहा कि वह डाक्टर व मरीज के रिश्तों में पैदा हुई दूरियां खत्म करने की कोशिश करेंगे।
जागरण संवाददाता, जालंधर : कोरोना काल में डाक्टर व मरीज के रिश्तों में दूरियां पैदा हो गई हैं। नतीजतन निजी अस्पतालों व डाक्टरों पर आरोप तथा हंगामे होने के मामले बढ़े हैं। डाक्टर और मरीजों के रिश्तों में आई खटास को दूर करना होगा। निजी व सरकारी डाक्टरों में बेहतर तालमेल बनाना तथा सरकारी कार्यक्रमों का लोगों को लाभ मुहैया करवाना लक्ष्य होगा। ये बातें आइएमए के प्रधान डा. अलोक ललवानी ने स्थानीय होटल में ताजपोशी समारोह के उपरांत कहीं।
कोरोना के चलते सादे समारोह में उनकी ताजपोशी आइएमए प्रदेश प्रधान डा. परमजीत सिंह मान ने कालर डाल कर की। डा. ललवानी ने ताजपोशी होने के बाद सबसे पहले मां डा. कुंज ललवानी के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा कि हर डाक्टर को आइएमए की कार्यकारिणी में जोड़ा जाएगा और आइएमए के भविष्य के लिए नीतियां तैयार करने के लिए वरिष्ठ डाक्टरों की कमेटी गठित की जाएगी। आइएमए को हाईटेक बनाने के लिए युवा डाक्टरों को साथ जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि डा. आरएस बल को सचिव तथा डा. मुनीश सिघल को वित्त सचिव का कार्यभार सौंपा गया है और शेष कार्यकारिणी की जल्द घोषणा की जाएगी। इस मौके पर जनरल कैटेगरी कमीशन के चेयरमैन एवं आइएमए के राष्ट्रीय उप प्रधान डा. नवजोत सिंह दहिया, पंजाब मेडिकल काउंसिल के प्रधान डा. सीएस परुथी, डा. पीएस बक्शी, डा. वीके वासुदेव, डा. राजीव सूद, डा. जैसमीन कौर दहिया, डा. जेपी सिंह, डा. रविपाल, डा. नरेश बाठला, डा. पंकज पाल, डा. एसपीएस सूच, डा. राकेश विग, डा. अमरजीत सिंह, डा. यश शर्मा, डा. सुषमा चावला, डा. वंदना ललवानी, डा. पीएस अनेजा, डा. एसपीएस ग्रोवर तथा डा. योगेश्वर सूद के अलावा आईएमए के अन्य सदस्य व पदाधिकारी मौजूद थे। यह है लक्ष्य
- आउटरीच कार्यक्रम शुरू कर मरीजों और डाक्टरों की डोर को मजबूत करना।
- इंटरनेट मीडिया के माध्यम से लोगों को बीमारियों को लेकर जागरूकता करना ।
- आइएमए में युवा डाक्टरों को नए विचारों के साथ आगे लेकर आना।
- डाक्टरों का सुरक्षा दायरा बढ़ाना, ताकि भविष्य में आने वाले डाक्टर भी सुरक्षित रहे।
- डाक्टर-मरीज रिश्तों को बेहतर बनाने के लिए लोगों के बीच जाकर उनके इलाज को लेकर हो रहे मतभेद दूर किए जाएंगे।
- प्रशासनिक, पुलिस तथा नगर निगम के साथ तालमेल कर निजी अस्पतालों में हो रही समस्याओं का समाधान करना।
- महिला सशक्तीकरण को मजबूत बनाना। वहीं कोर कमेटी में भी महिला डाक्टरों को शामिल किया जाएगा।
- आइएमए में शामिल हर आयु वर्ग के डाक्टर को कार्यकारिणी व कमेटियों में शामिल कर उनके सुझाव के आधार पर संगठन को मजबूत बनाया जाएगा।
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प्रोफाइल
- डा. अलोक ललवानी पिछले करीब ढाई दशक से सेक्रेड हार्ट अस्पताल मकसूदां में सेवाएं दे रहे हैं
- मां डा. कुंज ललवानी बाल रोग माहिर
- एमबीबीएस 1995 में यूक्रेन से की
- पत्नी डा. वंदना ललवानी करतारपुर में फैमिली हेल्थ क्लीनिक में प्रैक्टिस करती हैं। बेटा और बेटी जो अभी पढ़ रहे हैं।